सुप्रीम कोर्ट ने अपने 2016 के आदेश में संशोधन किया और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग द्वारा 2022-23 की खातिर स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए शैक्षणिक कैलेंडर को मंजूरी दे दी। पिछले दो वर्षों में कोरोना महामारी के चलते शैक्षणिक सत्र शुरू करने में देरी हुई थी।
चिकित्सा आयोग ने नए शैक्षणिक सत्र में पीजी कोर्स की पढ़ाई 20 अक्टूबर से शुरू करने का प्रस्ताव दिया था। अखिल भारतीय कोटे और डीम्ड केंद्रीय संस्थानों के लिए पहले दौर की काउंसलिग 15 से 27 सितंबर के बीच हो चुकी है। कार्यक्रम के अनुसार, राज्य स्तरीय काउंसलिग का पहला दौर भी 25 सितंबर से चार अक्टूबर के बीच संपन्न् हो चुका है।
चिकित्सा आयोग के वकील गौरव शर्मा ने जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और हिमा कोहली की पीठ को बताया कि मेडिकल पीजी में दाखिले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 2016 में एक आदेश दिया था। इसके तहत संबंधित अकादमिक सत्र के लिए 31 मई के बाद दाखिले पर रोक लगा दी गई थी। कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लाकडाउन के कारण पिछले दो वर्षों में परीक्षा के आयोजन में देरी हुई। इसे देखते हुए चिकित्सा आयोग का स्पष्टीकरण विचार करने योग्य है।
कार्यक्रम के अनुसार केंद्र और राज्य की काउंसलिग के दूसरे दौर के बाद क्लास शुरू होने की आखिरी तारीख 26 अक्टूबर होगी। केंद्र और राज्य की काउंसलिग का माप-अप राउंड क्रमश: 31 अक्टूबर से आठ नवंबर और नौ से 14 नवंबर तक होगा।