ड्रोन इन हेल्थकेयर परीक्षण के लिए देश भर के 650 मेडिकल कॉलेजों में मात्र 25 मेडिकल कॉलेजों का चयन ड्रोन इन हेल्थकेयर के परीक्षण के लिए किया गया है। इन 25 मेडिकल कॉलेजों में से अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज छत्तीसगढ़ का मेडिकल कॉलेज भी है। दरअसल सड़क दुर्घटना अथवा आंदोलन की वजह से मुख्य मार्ग बाधित होने पर जरूरी दवा और सेम्पल, आपाकालीन चिकित्सा संसाधन को आवश्यकता वाले स्थल तक पहुंचाने के लिए अब ड्रोन कैमरे की मदद ली जाएगी।
भारत सरकार ने इसे पायलेट प्रोजेक्टर के तौर पर लिया है और देश भर के 650 मेडिकल कॉलेजों में मात्र 25 मेडिकल कॉलेजों का चयन ड्रोन इन हेल्थकेयर के परीक्षण के लिए किया गया है। इन 25 मेडिकल कॉलेजों में से अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज छत्तीसगढ़ का एकमात्र मेडिकल कॉलेज है। आमतौर पर बड़ा सड़क हादसा होने अथवा आंदोलनों की वजह से मार्ग बाधित होने पर जरूरी दवाओं की परिवहन भी थम जाती है। जिसके कारण पहाड़ी और दुरस्थ अंचलों में न सर्फि स्वास्थ्य सुविधा प्रभावित होती है, बल्कि जरूरतमंदों को तत्काल सही उपचार अथवा दवाई नहीं मिलने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार मरीजों की मौतें भी हो जाती है ऐसे में यह व्यवस्था कारगर साबित होगी।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. रामनरेश मूर्ति ने बताया कि शासन के द्वारा ड्रोन इन हेल्थकेयर के प्रयोग के लिए मेडिकल कॉलेज के अधीन समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर का किया गया है। इसके लिए दो महिलाओं को दल्लिी में प्रशक्षिण दिया जाएगा और इन महिलाओं को ड्रोन दीदी की संज्ञा दी जाएगीि। आमतौर पर ड्रोन संचालन का प्रशक्षिण मंहगा होता है, मगर केंद्र सरकार के माध्यम से चयनित महिलाओं को इसका प्रशक्षिण निःशुल्क दिया जाएगा।