रायपुर। लता जी की निधन की खबर आते ही सभी उनसे जुड़ी यादों में खो गया है। भारत रत्न लता मंगेशकर ने छत्तीसगढ़ी फिल्म `भखला` के लिए एक गीत गाई थी। यह गीत छत्तीसगढ़ में शादी के बाद बेटी की विदाई को लेकर है। गीते के बोल हैं `छूट जाही अंगना अटारी… छूटही बाबू के पिठइया` था। इस गीत को मदन शर्मा लिखा था और संगीतकार कल्याण थे। दोनों छत्तीसगढ़ के है।
2007 में दी छत्तीसगढ़ी गीत में आवाज
छत्तीसगढ़ के जाने-माने गायक सुनील सोनी के मुताबिक `भखला` फिल्म में वह मुख्य गायक थे। उस समय में फिल्म के गीत छूट जाही अंगना अटारी… छूटही बाबू के पिठइया के गीत को गाने के लिए लता जी बमुश्किल से गाने के लिए मानी थीं। फिल्म के गीतकार मदन शर्मा, कल्याण शर्मा, मनु नायक को लता मंगेशकर को मनाने के लिए मुंबई का चार बार चक्कर लगाना पड़ा। तब लता जी की बहन उषा मंगेशकर के कहने पर गीत गाने के लिए वे राजी हुई थी। सुनील सोनी ने बताया कि साल नवंबर को 2007 में उनके स्टूडियो में एक दिन बिताया। यहां से गाने की पूरी डमी तैयार की गई। स्वरलता स्टूडियो मुंबई से लता जी ने आवाज दी और यह इतिहास में दर्ज हो गया।
सुनील बताते हैं कि गीतकार मदन को लता मंगेशकर ने फीस की तय रकम दो लाख में से 50 हजार रुपये मिठाई खाने के लिए लौटाते हुए कहा था कि ये मेरा पहला छत्तीसगढ़ी गीत है तो सबको मेरी तरफ से मिठाई खिलाना। स्वरलता स्टूडियो में लता मंगेशकर ने सोनी से कहा था कि बेटा तुम अच्छे गाते हुए हो। एक दिन तुमको भी प्रदेश ही नहीं, बल्कि देशभर में गायक के रूप में जानेंगे। उन्होंने बताया कि वे सरल स्वभाव की थी। हर किसी से प्यार से बात करती थी। छत्तीसगढ़ के बारे में वे जानने के काफी उत्सुक रहती थीं।