केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना मनरेगा में फिर बड़ा बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। सरपंच और ओवरसियर ने मिलकर श्रमिकों के भुगतान में धांधली की है। नतीजा यह है कि अपने हक की कमाई के लिए श्रमिक भटक रहे हैं।
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला अंतर्गत ग्राम पंचायत भेड़वन में मनरेगा के तहत अमृत सरोवर तालाब खुदाई के 6 महीने बाद भी श्रमिकों को मजदूरी नहीं दी गइर है। किसी-किसी को कुछ मजदूरी मिली भी तो कुछ मजदूरों को कुछ भी नहीं मिला है। मनरेगा में 15 दिनों में भुगतान की प्रक्रिया होती है, पर मजदूरी के लिए भटकते इन श्रमिकों को 5_6 महीने से भुगतान के लिए चक्कर काटना पड़ रहा है।
सरपंच पति चोकलाल का कहना है की भुगतान हो जाएगा, वही ओवरसियर का कहना है कि राशि खत्म हो गई है। उधर, अपने खून पसीने की कमाई को पाने के लिए ये मजदूर इतनी तपती धूप में जन चौपाल में कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे। कलेक्टर महोदया ने इनको आश्वासन तो दे दिया है, पर देखना ये है कि इनको अपने हक की खातिर और कितना भटकना पड़ता है।