पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादनगर टोल प्लाजा पर काम करने के लिए कई जिलों से ट्रैक्टर किराये पर लेकर गायब कर दिए हैैं। ट्रैक्टर की संख्या दो सौ से अधिक होने की आशंका है। इनमें 60 संभल के हैैं। ट्रैक्टर मालिकों को 30 से 35 हजार रुपये मासिक किराये का अनुबंध किया था। कई लोगों ने कर्ज पर ट्रैक्टर लेकर किराये पर दिए थे। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
संभल में पिछले छह माह के अंतराल में जिले के विभिन्न शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में एक युवक ने ट्रैक्टर किराये पर लेने के लिए संपर्क किया। उसने खुद को मतेंद्र नागर निवासी मुरादनगर (गाजियाबाद) बताया। सौ रुपये के स्टांप पर अनुबंध कर करीब 60 लोगों से ट्रैक्टर किराये पर ले लिए। उसके पास मुरादनगर टोल प्लाजा पर चल रहे काम का ठेका है। अपने चालकों से ट्रैक्टरों से वहां काम कराना है। कुछ लोगों को एक-दो महीने का किराये का भुगतान भी किया। किराया बंद होने पर लोगों ने मार्च के अंतिम सप्ताह में जाकर देखा तो वहां मतेंद्र नागर मिला न ही ट्रैक्टर मिले। इस पर 12 अप्रैल को रजपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम दादपुर निवासी महेश कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें किराये पर ट्रैक्टर देने वाले कई अन्य लोगों का भी उल्लेख था। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें मतेंद्र भी बताया जाता है। हिरासत में लिए लोगों ने बताया कि वे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों से भी ट्रैक्टर किराये पर लेते हैैं, फिर इन्हें बेच देते हैैं। 2018 से यह काम कर रहे हैैं। पुलिस अभी इनसे पूछताछ कर रही हैै।