जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की आतंकरोधी मुहिम के तहत वर्ष 2020 में हुई 139 मुठभेड़ में 232 आतंकवादियों को मार गिराया गया। अब प्रदेश में सिर्फ 270 ही सक्रिय आतंकी ही रह गए हैं। कुल सक्रिय आतंकियों में कश्मीर में 205 आतंकवादी ही सक्रिय हैं। इन्हें भी मार गिराने के लिए कार्रवाई जारी है।
एक सरकारी आंकडों के अनुसार वर्ष 2019 में कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या 421 थी, जो वर्ष 2020 में करीब 300 रह गई। अब न सिर्फ आतंकवादियों, अपितु उनके मददगारों पर नकेल कस दी गई है। हाल में ही जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजी दिलबाग सिंह ने बताया था कि प्रदेश में वर्ष 2020 में आतंकियों के 635 मददगारों को पकड़ा गया था। इन ओवर ग्राउंड वर्करों में से 56 के खिलाफ पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने दावा किया था कि कश्मीर में आतंकवादियों पर सुरक्षाबलों के भारी दबाव से पाकिस्तान हताश है। इसलिए वह नियंत्रण रेखा से लेकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश में है। सूत्रों के अनुसार, इस समय घुसपैठ करने के लिए नियंत्रण रेखा के पार करीब 400 आतंकवादी सीमा पार लांचिग पैड पर डेरा डाले हैं। इनमें से अधिकतर कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे गुलाम कश्मीर से घुसपैठ करने के लिए मौका तलाश रहे हैं। उनके मंसूबों को नाकाम बनाने को सेना ने पूरी तैयारी कर रखी है।