नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध को हल करने के लिए दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य स्तर की बातचीत से कोई सार्थक समाधान नहीं निकल सका है और यथास्थिति बरकरार है। रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर यथास्थिति बरकरार रही तो सैनिकों की तैनाती में कोई कटौती नहीं हो सकती है।
राजनाथ सिंह ने भारत-चीन सीमा मामलों पर इस महीने की शुरुआत में वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कोऑर्डिनेशन की बैठक का उल्लेख किया और कहा कि सैन्य वार्ता का अगला दौर कभी भी हो सकता है.
सिंह ने कहा, यह सच है कि भारत और चीन के बीच गतिरोध को कम करने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत हो रही थी लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. सैन्य स्तर पर अगले दौर की वार्ता भी होगी और यह किसी भी समय हो सकती है लेकिन अब तक इस बातचीत से कोई सार्थक परिणाम नहीं आ सका है और यथास्थिति बनी हुई है।
-सैनिकों की तैनाती में नहीं होगी कमी
उन्होंने कहा, अगर वहां यथास्थिति है, तो यह स्वाभाविक है कि वहां से हम सैनिकों की तैनाती कैसे कम कर सकते हैं? हमारी तैनाती में कोई कमी नहीं होगी और मुझे लगता है कि उनकी तैनाती में भी कमी नहीं आएगी। मुझे नहीं लगता कि यथास्थिति एक सकारात्मक विकास है। सभी मुद्दों पर बातचीत चल रही है और मुझे उम्मीद है कि उससे सकारात्मक परिणाम निकल सकते हैं।