Facebook ने घोषणा की कि यूजर्स और रेगुलेटर्स की चिंता के बीच फेस रिकग्निशन सिस्टम बंद करने जा रहा है। फेसबुक की पेरेंट कंपनी का नाम मेटा हो गया है उसने कहा कि इस नए बदलाव को आने वाले हफ्तों में रोलआउट किया जाएगा।
इस नए बदलाव के तहत कंपनी लोगों को फोटो और वीडियो में टैग करने के लिए फेशियल रिकग्निशन एल्गोरिदम का इस्तेमाल बंद कर देगी। साथ ही कंपनी लोगों को आइडेंटिफाई करने के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले फेशियल रिकग्निशन टेंपलेट को भी डिलीट कर देगी।
कंपनी ने कहा कि नए बदलाव के तहत 1 अरब से ज्यादा लोगों के इंडिविजु्ल फेशियल रिकग्निशन टेंपलेट्स को डिलीट करेगी। एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि फेसबुक के डेली एक्टिव यूजर्स में से एक तिहाई से ज्यादा या 600 मिलियन से ज्यादा अकाउंट्स फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी को यूज करते हैं। पोस्ट के मुताबिक, फेसबुक फोटो या वीडियो में ऑटोमैटिकली लोगों के चेहरों को पहचान नहीं पाएगा।
इस नए बदलाव से ऑटोमैटिक ऑल्ट टेक्स्ट टेक्नोलॉजी पर भी असर पड़ेगा। इसका इस्तेमाल कंपनी ब्लाइंड लोगों को इमेज डिस्क्राइब करने के लिए करती है। फेस रिकग्निशन सिस्टम पर डिपेंड फेसबुक सर्विसेज को आने वाले हफ्तों में हटा दिया जाएगा।