० छत्तीसगढ़ी बोली, कला-संस्कृति एवं पारम्परिक परिधान के बारे में रोचक जानकारी ली
चिरमिरी। आमतौर पर कलेक्टर को प्रशासनिक कार्यों में रुचि देखें लेते हुए देखा गया है लेकिन मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी-भरतपुर कलेक्टर पी.एस.ध्रुव का नया रूप देखने को मिला, जहां आकस्मिक भ्रमण के दौरान कई स्कूलों का निरीक्षण कर वहां अध्ययन-अध्यापन की स्थिति और शिक्षकों की उपस्थिति का जायजा लिया। इस दौरान कलेक्टर ने पूर्व माध्यमिक शाला फाटपानी में कक्षाओं के निरीक्षण के दौरान शिक्षक के रूप में बच्चों की क्लास ली। उन्होंने बच्चों से छत्तीसगढ़ी में बातचीत कर उनकी पढ़ाई लिखाई के बारे में जानकारी लेने के साथ ही छत्तीसगढ़ी बोली-भाषा, कला-संस्कृति, खान-पान एवं पारम्परिक परिधान के बारे में बच्चों से सवाल भी पूछे और इस संबंध में रोचक जानकारी दी।
कलेक्टर आज मनेन्द्रगढ़ विकास खण्ड के कई स्कूलों एवं ऑगनबाड़ी केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर प्राथमिक शाला एवं पूर्व माध्यमिक शाला फाटपानी के निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों की कम उपस्थिति पर नाराजगी जताई। उन्होंने शिक्षकों को पालकों से संपर्क कर बच्चों की शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पूर्व माध्यमिक शाला फाटपानी में कक्षा 8वीं के बच्चों को छत्तीसगढ़ी बोली भाषा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर ने कहा कि हमें हिन्दी के साथ-साथ स्थानीय बोली छत्तीसगढ़ी भाषा का भी अच्छा ज्ञान होना चाहिए। प्रतियोगी परीक्षाओं के छत्तीसगढ़ी भाषा के संबंध में भी सवाल पूछे जाते हैं। कलेक्टर ने पूर्व माध्यमिक शाला फाटपानी के सभी कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों के संबंध में रोचक जानकारी दी।