छत्तीसगढ़ में सीएसपीसीडीएल ने विद्युत उपभोक्ताओं के लिए नए प्रोजेक्ट स्मार्ट मीटर के रूप में लॉन्च कर चुकी है। विद्युत उपभोक्ताओं के पुराने मीटर के बदले अब नवीन स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बन चुकी है। शुरुआत में इसे सब स्टेशन एरिया में लगाया गया है, ताकि किसी खास एरिया की निगरानी रखी जा सके। वही, ट्रायल के रूप में कुछ उपभोक्ताओं के पुराने मीटर के साथ स्मार्ट मीटर सपोर्टिंग के रूप में लगाकर विद्युत के खपत की जांच की जा रही है।
स्मार्ट मीटर के लगने से अधिकारियों को इस बात की डेटाबेस मिल जाएंगे कि किस एरिया में विद्युत की खपत ज्यादा हो रही है। इससे विद्युत चोरी की घटनाओं को कम किया जा सकेगा। स्मार्ट मीटर के जरिए वर्तमान में पोस्टपेड के रूप में लोगों से शुल्क ली जाती है। जिसे आगामी समय में उपभोक्ताओं के मोबाइल पर एप्प डाउनलोड कर प्रीपेड विद्युत यूजर्स चार्ज के रूप में लिया जाएगा। यानी उपभोक्ताओं को जीतने की बिजली की खपत करनी है। उतना राशि का रिचार्ज करवाना पड़ेगा।
राजस्थान की जीनस नामक कंपनी को प्रोजक्ट दिया गया है। अभी तो यह ट्रायल मोड पर चल रहा है। आने वाले समय में यह स्मार्ट मीटर कितना कारगर साबित होता है। यह तो देखने वाली बात है। मगर इस मेटर के लगाए जाने पर विद्युत विभाग के अधिकारी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। उनका मानना है कि बार-बार रीडिंग लेने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्राहकों की मोबाइल पर प्रीपेड की सुविधा हो जाने से लोग अपनी आवश्यकता के अनुसार बिजली के लिए रिचार्ज करवाएंगे।