नारायणपुर के शासकीय आत्मानंद महाविद्यालय में बीएसई फाइनल क्लास में एक युवक खुद को एनएसयूआई का कार्यकर्ता बताते हुए घुस गया। वह नशे में धुत था और क्लास में उपस्थित सभी को एक छात्रा का फोटो दिखाते हुए पूछ रहा था, क्या तुम लोग इसे जानते हो। फिर खुद को एनएसयूआई का पदाधिकारी बताते हुए सबको डराने लगा और एनएसयूआई का फुल फॉर्म बताने पर एक विद्यार्थी को ₹500 का इनाम भी दिया।इस घटना को देखकर छात्राएं डर गई। वे एक शराबी के अचानक क्लास में घुसने को लेकर सभी छात्राएं प्राचार्य के पास पहुंची और उन्हें आवेदन भी दिया।
इस घटना के तुरंत बाद कॉलेज का राजनीतिक तापमान अचानक गर्म हो गया। इस बीच एबीवीपी ने तुरंत एनएसयूआई पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए कहा कि नारायणपुर का शासकीय कॉलेज गुंडों का गढ़ बन गया है, जहां वो गुंडे संस्था के सभी कार्यक्रम और क्रियाकलापों में बढ़-चढ़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी है। इस विषय को लेकर एबीवीपी अपने विभाग के पदाधिकारियों सहित ज्ञापन सौंपने शासकीय महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर पहुंची ही थी, कि एनएसयूआई के कुछ कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और दोनों ही पक्षों में जमकर मारपीट हुई,लेकिन पहली बार सही समय पर पहुँची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत करवाया और दोनो पक्षों के नेताओं को वापस भेजा।
एबीवीपी ने प्रभारी प्राचार्य पर लगाया राजनीतिकरण का आरोप
एबीवीपी ने राज्यपाल महोदया के नाम सौंपे गए इस ज्ञापन में वर्तमान में कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य एस.आर. कुंजाम को एनएसयूआई का संरक्षक करार देते हुए कहा कि उनके संरक्षण में ही कॉलेज में एनएसयूआई के कार्यकर्ता खुलेआम गुंडागर्दी करते आए दिन नजर आते हैं। एबीवीपी के नेताओं का कहना है, कि संस्था के प्राचार्य स्वयं को एक राजनीतिक व्यक्ति बताते हैं और अपने आप को वर्तमान सत्ताधारी पार्टी का कार्यकर्ता कहने से भी नहीं चूकते, यह तथ्य बहुत ही निंदनीय एवं शर्मसार करने वाला है।
ज्ञात हो कि कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य जिले के एक वरिष्ठ कांग्रेसी के रिश्तेदार भी हैं। वर्तमान में कॉलेज कैंपस के अंदर छात्राओं की अस्मिता एवं सम्मान के साथ सुरक्षा भी सवालों के घेरे में है। प्रदेश के कॉलेज की छात्राएं पिछले दिनों हुए भानूप्रतापपुर बलात्कार की घटना को अब तक नहीं भूल पाई हैं।
पिछले दिनों भानुप्रतापपुर में एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव रूहाब मेमन ने कॉलेज की एक छात्रा को अपनी हवस का शिकार बनाया था।एबीवीपी के नेताओं ने राज्यपाल महोदया को दिए ज्ञापन में एनएसयूआई जैसी गुंडागर्दी करने वाली पार्टी को तुरंत बैन करने की मांग की है और ज्ञापन में प्रशासन को चेतावनी देते हुए लिखा है,कि यदि जल्द ही प्रभारी प्राचार्य पर निलंबन की कार्रवाई नहीं होती तो एबीवीपी उग्र आंदोलन करने हेतु बाध्य होगी, जिसकी समस्त जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी।