सावन में देशभर में बाबा भोलेनाथ के दर्शन और उनके अभिषेक के लिए शिवभक्त उमड़े। इस दौरान करीब एक लाख श्रद्धालु उज्जैन में महाकालेश्वर पहुंचे। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग का अभिषेक कर आरती की। इसी तरह झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ के दर्शनों के लिए 8 किलोमीटर लंबी कतार लग गई है। वाराणसी में गंगा घाट पर हजारों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई और काशी विश्वनाथ के दर्शन किए। हिमाचल के मंडी में श्रद्धालुओं ने बाबा भूतनाथ के दर्शन किए।
57 साल बाद ऐसा संयोग बना है, जब श्रावण माह के सोमवार के दिन सोमवती हरियाली अमावस्या पड़ी है। इससे पहले यह योग 1966 में बना था। महाकालेश्वर मंदिर के पट रात 2:30 बजे खोल दिए गए। सुबह 10 बजे तक 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। शाम तक 4 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
इस अवसर पर वाराणसी में बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह की मंगला आरती के बाद 4 बजे से ही दर्शन का सिलसिला शुरू हो चुका है। शाम को गौरी-शंकर का खास श्रृंगार किया गया। यहां दोपहर 1 बजे भोपाल से आए 109 डमरू दल ने 3 किलोमीटर रैली निकाली। चित्रकूट में भक्तों पर पहली बार हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई है।