लोन वर्रा टू यानी घर वापस आईए अभियान के तहत शासन की आत्मसमर्पण एवं पुर्नवास नीति के तहत आत्मसमर्पित नक्सलियों पर रखी गई ईनाम की राशि वितरित की गई। इस मौके पर दंतेवाड़ा पुलिस ने पुलिस अधीक्षक ने भटके ग्रामीणों को मुख्यधारा में लौटने की अपील की।
दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर एवं माओवादियों की खोखली विचारधारा छोड़कर कई माओवादी संगठन छोड़कर लोन वर्रा टू जिसका मतलब क्षेत्रीय भाषा में मतलब घर वापस आइए कहा जाता है। इस अभियान के तहत समाज की मुख्यधारा में शामिल हुए आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिलने वाली सुविधा, शासन-प्रशासन की योजना का लाभ दिया जा रहा है। इन्हें शासन द्वारा आत्मसमर्पण के बाद पद अनुरूप ईनाम राशि देने का प्रावधान है।
जिला दन्तेवाड़ा पुलिस अधीक्षक गौरव राय (भापुसे०) द्वारा ईनाम राशि का चेक प्रदाय किया गया। आत्मसमर्पण के पश्चात मिलने वाले लाभ को जल्द से जल्द दिलाने हेतु जिला पुलिस लगातार प्रयासरत है। पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन में कार्य कर रहे नक्सलियों से अपील की है कि नक्सली संगठन छोड़कर शासन की मुख्यधारा से जुड़कर शासन प्रशासन की योजनाओं का लाभ लें साथ ही प्रदेश व देश की विकास में सहभागी बनें।