नई दिल्ली: हाल ही में रिकवरी देखने के बावजूद भारतीय रुपया अगले तीन महीनों में एक बार फिर 80 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच सकता है. रॉयटर्स के एक पोल में विदेशी एक्सचेंज रणनीतिकारों ने बढ़ते ट्रेड डेफिसिट (व्यापार घाटा) और सुरक्षित निवेश माने जाने वाले यूएस डॉलर में ग्लोबल निवेशकों की निर्भरता के आधार पर यह बात कही. रुपया एक महीने से 80.065 के आसपास ट्रेड कर रहा था, लेकिन मंगलवार को यह 78.490 प्रति डॉलर के साथ अपने एक महीने के उच्च स्तर पर पहुंचा था. हालांकि आशंका है कि यह राहत लंबे समय तक कायम नहीं रहेगी. 1-3 अगस्त को जारी हुए 40 विश्लेषकों के रॉयटर्स के पोल में यह सामने आया है कि रुपया अक्टूबर के अंत तक 80 प्रति डॉलर के करीब ट्रेड कर रहा होगा. लगभग आधे विश्लेषकों ने संभावना जताई कि रुपया या तो अगले तीन महीनों में 80 प्रति डॉलर तक चला जाएगा या तो इसे पार कर जाएगा. वहीं बाकी विश्लेषकों ने तो यह भी कहा कि इस अवधि में करेंसी नया सर्वकालिक स्तर देख सकती है. रुपये का सबसे निचला स्तर क्या हो सकता है, इसपर 16 विश्लेषकों ने 79.75-81.80 प्रति डॉलर के रेंज के साथ औसतन 80.50 प्रति डॉलर की सीमा दी.