मुंबई पुलिस ने नकली नोटों की छपाई और वितरण में शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही सात करोड़ रुपये के नकली नोट जब्त किए हैं। आरोपितों की पहचान अभी नहीं खोली गई है। समझा जाता है कि इस गिरोह का नेटवर्क बहुत तगड़ा है। एक अधिकारी ने कहा कि एक विशेष सूचना पर कार्रवाई करते हुए मुंबई अपराध शाखा की यूनिट-11 ने मंगलवार शाम उपनगरीय इलाके में दहिसर चेक पोस्ट पर एक कार को रोका। पुलिस ने कार में बैठे चार लोगों को पकड़कर उनसे पूछताछ की।
कार की तलाशी में अपराध शाखा के अधिकारियों को एक बैग मिला जिसमें 250 बंडल नकली नोट (2000 रुपये मूल्य के) थे, जिनकी कीमत 5 करोड़ रुपये थी। उन्होंने कहा कि आरोपितों से पूछताछ के दौरान पुलिस को उनके तीन और सहयोगियों के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद एक पुलिस दल ने उपनगरीय अंधेरी पश्चिम में एक होटल में छापा मारा और तीनों को दबोच लिया। अधिकारी ने कहा कि आरोपितों के पास से दो हजार के नकली नोटों के 100 बंडल मिले। इनकी कीमत दो करोड़ रुपये थी। जाली नोटों के अलावा, पुलिस ने गिरोह के सदस्यों से एक लैपटाप, सात मोबाइल फोन, 28,170 रुपये, आधार और पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य चीजें बरामद की हैं। डीसीपी संग्रामसिंह निश्ाानदार (डिटेक्शन -1) ने कहा कि जांच के दौरान यह पता चला कि अंतरराज्यीय गिरोह नकली नोटों को छापने और उन्हें बांटने का रैकेट चला रहा था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अब तक सात करोड़ रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं और इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितोंं को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 31 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।