छत्तीसगढ़ में एक ओर जहां भाजपा में अमित शाह चुनावी बागडोर संभाले हुए हैं, वहीं कांग्रेस की ओर से प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा लगातार पार्टी की चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर रही हैं। नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद पार्टी की पहली विस्तारित कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों से 2023 चुनाव के लिए जुट जाने का आह्वान किया गया। इस बैठक में मणिपुर की घटना को लेकर निंदा प्रस्ताव भी लाया गया। इसका समर्थन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की और भाजपा सरकार की संवेदनशीलता पर सवाल उठाए। बैठक में कांग्रेस ने आगामी एक महीने के कार्यक्रम पर चर्चा की और सरकार के कामकाज को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अभियान चलाना तय किया।
वहीं, चुनावी मोड में आ चुकी कांग्रेस की इलेएक्शन कमेटी की घोषणा कर दी गई। जिन प्रदेशों में चुनाव हैं, उन सभी प्रदेशों में कांग्रेस ने अपनी इलेक्शन कमेटी बना दी है। छत्तीसगढ़ के इलेक्शन कमिटी घोषित की गई। जिसके अध्यक्ष दीपक बैज हैं। 22 सदस्यीय इस समिति में मुख्यमंत्री सहित नौ मंत्रियों को स्थान दिया गया है। चार वरिष्ठ नेताओं को भी कमेटी में रखा गया है। अब यह कमेटी टिकट चयन के लिए मापदंड तैयार कर दावेदारों का पैनल बनाएगी। इसके आधार पर आने वाले समय में पार्टी टिकट बांटेगी। कमेटी के गठन को लेकर प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने कहा है कि जिनका नाम कमेटी में नहीं है उनको दूसरी कमेटियों में स्थान दिया जाएगा।