जब-जब दुनिया में हिंदुस्तान में लॉकडाउन का जिक्र होगा या कोरोना का जिक्र होगा तो एक हीरो का जिक्र जरूर आएगा वो हैं सोनू सूद. सोनू सूद ने हमारे खूब सारे प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया और इसे बेहद बखूबी निभाया. जो भी उन्हें मदद के लिए मैसेज कर रहा है या ट्वीट कर रहा है सोनू उसका जवाब दे रहे हैं और उनकी हर संभव मदद कर रहे हैं. सोनू पर्दे पर भले विलेन हैं लेकिन असल जिंदगी में बहुत बड़े हीरो साबित हुए हैं. इतिहास सोनू सूद का जो सूद है वो चुका नहीं पाएगा.
फिल्म दबंग में सलमान खान का एक डायलॉग है ‘हम तुममे इतने छेद करेंगे.. इतने छेद करेंगे…’ सलमान ने इस फिल्म में छेदी सिंह नाम के विलेन का सामना किया था. और वो छेदी सिंह जो है वो बॉम्बे क्लॉथ हाउस वालों का लड़क है. अब आप सोच रहे होंगे कि बॉम्बे क्लॉथ हाउस वालों का लड़का कौन है. तो यहां बात हो रही है मोगा वाला बॉम्बे क्लॉथ हाउस. चलिए आपका कन्फ्यूजन दूर करते हैं. सलमान खान ने इस फिल्म में जिस विलेन का सामना किया था वो सोनू सूद ही थे.
सोनू सूद पंजाब के मोगा से हैं. मोगा में उनके पापा की कपड़े की दुकान थी जिसका नाम बॉम्बे क्लॉथ हाउस था. सोनू को हीरो बनना था. मम्मी प्रोफेसर थीं और वो चाहती थीं कि बेटा बड़ा होकर कुछ अच्छा काम करे और बड़ा आदमी बने. ऐसे में उन्होंने इंजीनियरिंग करने के लिए सोनू को नागपुर भेज दिया. सोनू Electronics engineer भी बन गए लेकिन हीरो बनने का कीड़ा तो उनको काट चुका था.
सोनू ने मम्मी से बोला, “एक डेढ़ साल दे दीजिए मैं कोशिश कर लेता हूं. शायद हीरो बन जाऊं.” मम्मी ने कहा चलो ठीक है.सोनू ने कहा कि अगर कुछ नहीं हुआ तो आकर पापा की कपड़े की दुकान पर बैठ जाएंगे.
इसके बाद सोनू सूद बॉम्बे आ गए और स्ट्रगल शुरू हो गया. एक फ्लैट में 5-6 लोगों के साथ रहने लगे. कुछ नहीं हो रहा था, कोई काम नहीं मिल रहा था. हर कोई रिजेक्ट किए जा रहा था.आखिरकार अपनी तस्वीरें कहीं भेजी. पता चला कि वहां तो हीरोइन के लिए लड़की ढूंढी जा रही है और इन्होंने अपनी फोटो भेज दी. खैर तस्वीरें गई तो सोनू की किस्मत जो है वो काम कर गई.सोनू को बताया गया कि साउथ इंडियन एक फिल्म के लिए आपको सेलेक्ट किया गया है तो ऑडिशन के लिए आ जाइए.
अब बनने तो गए थे हिंदी फिल्मों के हीरो लेकिन भैया हिंदी में काम मिल नहीं रहा था तो सोचा कि जो मिल रहा है वही कर लिया जाए. तो पहुंच गए चेन्नई वो भी ट्रेन से. एक तमिल फिल्म के लिए ऑडिशन देने. जब वहां पहुंचे तो डायरेक्टर प्रोड्यूसर जो बैठे थे उन्होंने कहा- शर्ट उतारो. सोनू कन्फ्यूज कि भाई शर्ट क्यों उतरवा रहे हो. उन्होंने कहा कि अगर रोल चाहिए तो शर्ट उतारो. सोनू ने शर्ट उतार दी. सबने उनकी बॉडी की खूब तारीफ की. बॉडी बिल्डिंग का शौक तो था ही और सोनू की शर्ट जो है वो किसी और वजह से नहीं उतरवाई जा रही थी. वो उतरवाई जा रही थी उनकी बॉडी देखने के लिए. बॉडी देखी गई और सोनू सेलेक्ट हो गए साउथ इंडियन फिल्म में रोल मिल गया.
सोनू ने तमिल फिल्म की उसके बाद तेलुगू फिल्म की, फिर बारी आई हिंदी फिल्मों की. उसके बाद सोनू ने हिंदी फिल्म की ‘शहीद-ए-आजम भगत सिंह’. इस फिल्म में उन्होंने भगत सिंह का रोल निभाया.और फिर तो मोगा वाले बॉम्बे क्लॉथ हाउस वालों का लड़का जो है वो चमक गया और सोनू को उसके बाद खूब फिल्में मिली.
दबंग में सोनू सूद को उनके कैरेक्टर छेदी सिंह के लिए सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. आपको पता है उन्होंने वो फिल्म रिजेक्ट कर दी थी. जी हां सोनू को सलमान खान की फिल्म मिली और रिजेक्ट कर दी. बोले मुझे ये रोल ना कुछ जम नहीं रहा. खैर, सलमान खान की तरफ से कहा गया कि नहीं आप ही कीजिए ये रोल. तो सोनू ने कहा कि कर लेता हूं लेकिन मैं इस कैरेक्टर में कुछ बदलाव करना चाहता हूं. सलमान ने कहा ठीक है आप कर दीजिए. सोनू ने कुछ बदलाव किए और छेदी सिंह का अंदाज जो है हिट हो गया और उसके बाद तो सोनू सूद का करियर जो है वो कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ने लगा.