लॉकडाउन में हम सभी को ऑनलाइन काफी समय बिताने को मिल रहा है. ऐसे में OTT प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट की भरमार है, जिसे देखते-देखते किसी की भी आंखें थक सकती हैं. लेकिन जब कोई बढ़िया फिल्म या वेब सीरीज आपके हाथ लग जाए तो फिर ये समय सबसे अच्छा लगता है. ऐसी ही एक बढ़िया वेब सीरीज लेकर आई हैं अनुष्का शर्मा. जी नहीं इस सीरीज में अनुष्का शर्मा ने एक्टिंग नहीं की, लेकिन उन्होंने इसे प्रोड्यूस जरूर किया है. और अगर आप अभी भी नहीं समझे तो बता दें की हम पाताल लोक के बारे में बात कर रहे हैं.
पाताल लोक सीरीज है, हमारे देश के और जिंदगी के उस हिस्से के बारे में जिसे कुछ लोग देखते हैं और कुछ जीते हैं, लेकिन इसके बारे में जानते लगभग सब हैं. अब अगर आप सोच रहे हैं कि पाताल लोक आखिर क्या बला है तो आइए बताते हैं. इस वेब सीरीज के मुख्य किरदारों में से एक हाथी राम के मुताबिक दुनिया, एक नहीं तीन हैं. इसमें सबसे ऊपर है स्वर्ग लोक, जिसमें देवता रहते हैं. बीच में धरती लोक, जिसमें आदमी रहते हैं. और सबसे नीचे पाताल लोक, जिसमें कीड़े रहते हैं.
कहानी
ये कहानी दिल्ली की है, जहां यमुना के पुल पर चार अपराधियों को पकड़ा जाता है. ये एक टॉप पत्रकार और न्यूज एंकर संजीव मेहरा (नीरज काबी) के मर्डर की साजिश में शामिल थे. इस केस को इंस्पेक्टर हाथी राम चौधरी (जयदीप अल्हावत) को दिया जाता है. हाथी राम आउटर यमुना पार थाने में काम करने वाला एक आम पुलिसवाला है, जो सालों से सर्विस में होने के बावजूद कुछ बड़ा नहीं कर पाया है. उसकी बीवी रेनू चौधरी (गुल पनाग) उसका और अपने बेटे का ख्याल रखने में समय देती है. वहीं हाथीराम का बेटा सिद्धार्थ (बोद्धिसत्व शर्मा) उससे सीधे मुंह बात नहीं करता और अपने स्कूल और दोस्तों के बीच खरी-खोटी सुनता है.
संजीव मेहरा (नीरज काबी) एक समय पर मीडिया इंडस्ट्री का बड़ा नाम हुआ करता था. अब वो अपनी नौकरी बचाने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में अपनी मर्डर की साजिश के बारे में सुनकर उसके होश उड़ जाते हैं. इस सीरीज में पकड़े गए चार लोग देखते में भले ही आम से लगते हों लेकिन उनके पीछे का सच काफी खतरनाक है. यहां आपको सिर्फ पाताल लोक के दर्शन करने नहीं मिल रहे, बल्कि धरती लोक की परेशानियां भी देखने को मिलती हैं. तो वहीं ये भी पता चलता है कि स्वर्ग लोक असल में उतना भी कमाल नहीं है, जितना हम सब सोचते हैं.
परफॉरमेंस
पाताल लोक की कास्टिंग काफी दिलचस्प है. यहां कोई ए-लिस्ट एक्टर नहीं है. यहां वो सभी एक्टर्स हैं, जिन्हें आपने किसी फिल्म, शो या सीरीज में सपोर्टिंग रोल में देखा होगा और उनका काम पसंद किया होगा. मुख्य किरदारों में जयदीप अहलावत, नीरज काबी, इश्वाक सिंह, अभिषेक बनर्जी हैं. तो वहीं सपोर्टिंग कास्ट भी स्वस्तिका मुखर्जी, गुल पनाग, विपिन शर्मा, आकाश खुराना और निहारिका लायरा दत्ता संग अच्छी है.
परफॉरमेंस की बात करें तो जयदीप अहलावत इस सीरीज में शाइन करते हैं. एक ‘वर्दीवाले’ के रोल में उनका काम बहुत अच्छा है. वो आपको अपने किरदार पर विश्वास दिलाते हैं. एक पुलिसवाला जो खुद को साबित करना चाहता है, वर्दी के भोज के तले दबा है और अपने घर और अतीत से काफी हद तक परेशान है. जयदीप अपने रोल के साथ पूरा न्याय करते हैं.
उनके साथी इमरान अंसारी के रोल में आपको इश्वाक सिंह मिलते हैं, जिनका अपना तरीका है. वो अपने लिए दर्शकों के दिल में अलग जगह बनाते हैं. वहीं पत्नी के रोल में गुल पनाग भी अच्छी हैं. उनके रोल में ज्यादा लेयर्स नहीं हैं, लेकिन जो मिला वो अच्छा था. इसके साथ ही हाथीराम के बेटे सिद्धार्थ के किरदार को एक्टर बोद्धिसत्व शर्मा ने बखूबी निभाया है. एक बच्चा जो अपने पिता को पसंद नहीं करता और बाहर की दुनिया से परेशान है. इस रोल के लिए उनकी मेहनत नजर आती है.
नीरज काबी, न्यूज एंकर संजीव मेहरा के रोल में बहुत अच्छे लगे हैं. उनका काम काबिल-ए-तारीफ है. नीरज अपने किरदार और कहानी में ऐसे ढलते हैं कि जिस मोड़ पर उन्हें लेकर जाया जाए चल देते हैं. उनकी पत्नी डॉली के किरदार में स्वस्तिका मुखर्जी ने भी बढ़िया काम किया है. साथ ही एक यंग पत्रकार के रोल में निहारिका लायरा दत्ता का काम भी अच्छा है.
विशाल उर्फ हथौड़ा त्यागी के रोल में एक्टर अभिषेक बनर्जी आपका खून जरूर सुखा देंगे. उनका ठंडा सा, जमा हुआ, एकदम शांत चेहरा और वो सीने को चीरती नजरें कमाल हैं. कम डायलॉग्स और सिर्फ एक्सप्रेशन्स के साथ अभिषेक ने बहुत बढ़िया काम करके दिखाया है. पाताल लोक की सपोर्टिंग कास्ट तो अच्छी थी ही, उनका काम भी अपनी-अपनी जगह बढ़िया है.
डायरेक्शन
इस वेब सीरीज को अविनाश अरुण और प्रोसित रॉय जैसे बढ़िया निर्देशकों ने मिलकर बनाया है. कहानी सुदीप शर्मा ने लिखी है, जो इससे पहले हमें उड़ता पंजाब और एनएच10 जैसी बेहतरीन फिल्में दे चुके हैं. ऐसे में पाताल लोक का डायरेक्शन, स्क्रीनप्ले और एडिटिंग किसी तोहफे से कम नहीं है. इसकी कहानी बहुत खूबसूरती से लिखी गई है और उतनी ही खूबसूरती से स्क्रीन पर उतारी गई है.
हर किरदार की अपनी कहानी है, जो बहुत सरल और सहज तरीके से आपको दिखाई गई है. आज के समय में हो रही हर बात को ये वेब सीरीज छूती है. यहां धर्म की बात, मीडिया के पहले जैसा ना रहने की बात, छोटे शहर में होने वाली बातें, पत्रकारों के मर्डर, बीफ के नाम पर मॉब लिंचिंग, बड़े शहरों में बड़े घरों में रहने वाले लोगों की जिंदगी, क्राइम, पुलिस जैसी हर चीज को बहुत आसानी से ये वेब सीरीज दर्शकों को परोसती है. कुछ भी आपके ऊपर भारी नहीं होता और ना ही इससे कुछ अनछुआ रहता है.
हालांकि इसके कुछ सीन्स आपको असहज जरूर करते हैं. पूरी सीरीज में ढेर सारा क्राइम, खून-खराबा और अन्य परेशान करने वाले सीन्स हैं, जिन्हें देखकर आपके दिमाग की बत्ती गुल हो सकती है.
दुनिया की हर दूसरी चीज की तरह पाताल लोक परफेक्ट नहीं है, लेकिन अगर मैं कहूं कि आज के समय में आई कुछ बढ़िया वेब सीरीज में से पाताल लोक एक है तो गलत नहीं होगा. और आपके पास इन दिनों समय ही समय है, तो क्यों ना इस बढ़िया सीरीज में घुसकर पाताल लोक घूम आया जाए.