छत्तीसगढ़ कांग्रेस में ढाई-ढाई साल के फार्मूले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह के बीच विवाद अब कार्यकर्ताओं के बीच आ गया है। जशपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में स्थानीय पूर्व जिला अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने मंच से जैसे ढाई-ढाई साल के फार्मूले का मामला उठाकर सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की भूपेश समर्थक अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष इफितखार हसन ने अग्रवाल को धक्का देकर माइक से हटा दिया। इस बाद दोनों ओर से मारपीट शुरू हो गई। उस समय मंच पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सप्तगिरी शंकर उल्का मंच पर ही मौजूद थे।
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की गुटबंदी का सीधा नजर राज्य में पार्टी के संगठन में निचले स्तर पर पहुंच गया है और सरेआम पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई होते हुए देखी जा रही है। पवन अग्रवाल ने कहा, जब हाईकमान के सामने ढाई-ढाई साल की बात हुई है। शुरुआती ढाई साल टीएस सिंहदेव ने कुछ नहीं कहा तो अब सिंहदेव को मौका दिया जाना चाहिए। भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने साथ मिलकर काम किया और इससे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी।
पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने घटना के बाद कहा, टीएस सिंह देव ने 2.5 साल (सीएम बनने के लिए) इंतजार किया और अब भूपेश बघेल को अपनी सीट खाली करनी होगी। जब यहां कांग्रेस की सरकार नहीं थी, तब देव और बघेल ने साथ काम किया था। उन्हीं की बदौलत कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई है। जब मैं यह कह रहा था तो कुनकुरी विधायक के लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया।