उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एलईडी टीवी के फटने से किशोर की मौत हो गई। मां और दोस्त घायल हो गए। दोनों का दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। धमाका इतना तेज था कि एक दीवार क्षतिग्रस्त हो गई, बाकी दीवारों में दरार आ गई। विस्फोट की आवाज करीब 200 मीटर दूर तक सुनी गई। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
आटो चालक निरजंन का सबसे छोटा पुत्र 17 वर्षीय होमेंद्र और उसका दोस्त करन घर की तीसरी मंजिल पर बने सात फीट लंबे और आठ फीट चौड़े कमरे में बैठकर टीवी देख रहे थे। दोनों टीवी से करीब पांच-छह फीट की दूरी पर थे। इस दौरान करन की मां ओमवती भी दरवाजे के पास बैठकर काम कर रहीं थीं। शाम चार बजे अचानक दीवार पर लगा 32 इंच का एलईडी टीवी तेज धमाके के साथ फट गया। धमाके की आवाज सुनकर द्वितीय तल पर मौजूद होमेंद्र का भाई सुमित ऊपर पहुंचा तो तीनों लहूलुहान पड़े थे। तीनों को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां डाक्टरों ने होमेंद्र को मृत घोषित कर दिया।
धमाका इतना तेज था कि जिस दीवार पर टीवी लगा था उसमें एक कोने पर बड़ा छेद हो गया। पूरी दीवार पर कई दरारें आ गईं। साथ ही आसपास की दीवारों में भी दरारें आईं और छत पर लगी गर्डर पटिया भी हिल गई। पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिह ने बताया कि शुरुआती जांच में हाई वोल्टेज आने से एलईडी टीवी फटने की आशंका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में अक्सर हाई और लो वोल्टेज की समस्या होती है। ऐसे में लोगों ने बिजली निगम को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।