उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आई बरात में डीजे पर डांस करने से रोकने पर गांव के करीब 12 युवकों ने जयमाल के समय जमकर उपद्रव मचाया। उपद्रवियों ने बरातियों पर लाठी और डंडे से हमला बोल दिया। उनलोगों ने दूल्हे के ताऊ नंदलाल राम को बेरहमी से पीटा। यह देख उनकी रक्षा करने के लिए दुल्हन जयमाल छोड़कर उनको बचाने पहुंच गई और अपने ही गांववालों से भिड़ गई। हालांकि ताऊ की जान बचा नहीं सकी। इस दौरान करीब आठ बराती घायल हो गए। शेष बरातियों ने भागकर जान बचाई।
सूचना पर दुल्हन खुद जयमाल कार्यक्रम को छोडकर दौड़ती हुई चचिया ससुर को बचाने शामियाना में पहुंच गई। उसने पुलिस को फोन की और घायलों को अस्पताल भिजवाया। इतना ही नहीं पुलिस के आने में देर होने पर मोटरसाइकिल पर बैठकर थाने पहुंच गई और पुलिसकर्मियों को मौके पर लेकर आई। दुल्हन ने आठ नामजद व अन्य के खिलाफ तहरीर दी है। शादी की रस्म अदायगी कर बरात बिना दुल्हन की विदाई के ही लौट गई।
सतेंद्र राम की शादी सुमन के साथ तय हुई थी। दूल्हा पक्ष के लोग बरात लेकर आए थे। बरात दलित बस्ती के स्कूल के समीप ठहरी थी। कन्या पक्ष के लोग बरातियों की आवभगत में जुटे थे। द्वार पूजा के समय डीजे पर डांस करने को लेकर ग्रामीणों और बरातियों में विवाद हो गया। पड़ोसी युवक पहले डांस करना चाहते थे। बरातियों ने यह कहते हुए डांस करने से रोक दिया कि वह डीजे लेकर आए हैं। इससे युवक मारपीट पर उतारू हो गए। ग्रामीणों ने बीच-बीच कर मामला शांत करा दिया। इसके बाद मध्यरात्रि में जयमाल का कार्यक्रम चल रहा था। इस बीच करीब 12 की संख्या में युवकों ने लाठी डंडे से स्कूल स्थित शामियाना में बरातियों पर हमला करने के साथ ही वाहनों की तोड़फोड़ शुरू कर दी। शोर सुनकर दूल्हे के बड़े पिता नंदलाल राम जयमाल छोड़कर बरात में पहुंचे। हमलावरों ने रास्ते में उन्हें घेरकर लाठी डंडे से पीट-पीटकर बेजान कर दिया। डीजे संचालक की भी जमकर पिटाई की। दुल्हन ने 112 पर काल कर घटना की जानकारी पुलिस को दी। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां नंदलाल राम को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।