सउदी अरब में एक हिंदू नागरिक का मुस्लिम रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार करना पडा। इसका कारण भारतीय वाणिज्य दूतावास के एक अधिकारी द्वारा अनुवाद में हुई गलती सामने आई है। अब यह मामला दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचा है। मृतक संजीव कुमार की पत्नी अंजू शर्मा की याचिका पर हाई कोर्ट की पीठ ने कहा कि यह दुखद और गंभीर मामला है। साथ ही पीठ ने विदेश मंत्रालय के उप-सचिव को तलब किया है। उन्हें 18 मार्च को होने वाली सुनवाई में वीडियो कान्फ्रेंसिग से शामिल होने का निर्देश दिया।
मूलरूप से हिमाचल प्रदेश के ऊना की अंजू शर्मा ने याचिका दायर कर अस्थियों को भारत लाने के संबंध में निर्देश देने की मांग की है। अंजू की तीन बेटियां हैं और उनके पति संजीव बीते 23 साल से सउदी अरब में ट्रक चालक का काम करते थे। तीन साल से वह भारत नहीं आ सके थे। इस साल 24 जनवरी को संजीव की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। याचिका के अनुसार सउदी अरब के अस्पताल द्वारा जारी मृत्यु प्रमाण पत्र अरबी भाषा में था। भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारी ने अनुवाद करने में गलती की और संजीव का धर्म मुस्लिम दर्ज कर दिया।