उत्तर कोरिया आए दिन परमाणु हथियारों से लैस मिसाइलों का परीक्षण करके दुनिया भर में सुर्खियां बटोरता है। मगर आजकल यहां भुखमरी की खबरें हैं। यहां खाद्य संकट इतना गहरा गया है कि खाने-पीने की चीजों की कीमत आसमान छू रही हैं। इस देश में महंगाई का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि एक किलो केले की कीमत 3335 रुपये है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने पहली बार इसे स्वीकार किया है कि उनका देश खाने की भारी कमी से जूझ रहा है। हालत ऐसे हो गए हैं कि लाखों लोगों को पिछले कुछ दिनों में खाना भी नसीब नहीं हुआ है। किम जोंग-उन ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक में कहा कि कृषि क्षेत्र अनाज की पैदावार के लक्ष्य को हासिल नहीं कर सका है, क्योंकि पिछले साल आए तूफानों की वजह से बाढ़ आ गई। उत्तर कोरिया में भूखमरी का यह संकट कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्पन्न हुआ है। उत्तर कोरिया ने पड़ोसी देशों के साथ अपने देश की सीमाएं बंद कर दीं। इस वजह से चीन के साथ उसका व्यापार कम हो गया।
उत्तर कोरिया खाने-पीने के सामान और ईंधन के लिए चीन पर निर्भर है। वहां 45 डॉलर यानी 3300 रुपये से अधिक में एक किलो केला मिल रहा है, जबकि चायपत्ती की कीमत 70 डॉलर यानी 5200 रुपये और एक पैकेट कॉफी की कीमत 100 डॉलर यानी 7300 रुपये से अधिक पहुंच गई है।