ग्वालियर शहर में बेजुबान जानवर के साथ फिर लोगों की संवेदनहीनता और हैवानियत सामने आई। यहां एक ही परिवार के तीन लोगों ने स्ट्रीट डॉग को कुल्हाड़ी और डंडों से मरणासन्न कर दिया और लहूलुहान हालत में उसे उठाकर गली के बाहर मरने के लिए छोड़ दिया। किसी पड़ोसी ने जब कुत्ते की यह हालत देखी तो उसने एनिमल प्रोटेक्शन संस्था को फोन किया। उनलोगों ने मौके पर पहुंचकर बेहद गंभीर हालत में वेटरनरी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। उसका एक आंख जबडा़ और गर्दन लगभग कट सी गई है। उसके हाथ और पैरों में भी गहरी चोटें हैं।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें लहूलुहान कुत्ते को खींचते हुए एक व्यक्ति नजर आ रहा था। इसके बाद लोगों के ध्यान में यह मामला आया और चारों ओर इसकी निंदा होने लगी। कुत्ते के साथ हैवानियत करने का आरोप करण बाल्मीकि और उसके माता-पिता पर लगा है। यह घटना माधवगंज थाना क्षेत्र के तिलक नगर नयापुरा की बताई गई है। बेजुबान जानवरों के संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था के लोग वहां पहुंचे और उन्होंने गंभीर रूप से घायल होते को सिकंदर कंपू के वेटरनरी अस्पताल में भर्ती कराया।
एनिमल प्रोटेक्शन नामक एनजीओ की शिकायत पर पुलिस थाना माधवगंज ने करण बाल्मीकि और उसके माता-पिता के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया है। फिलहाल उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। एनिमल प्रोटेक्शन से जुड़े लोगों का कहना है कि इस मामले में पुराना कानून है जो लोगों को प्रभावी सजा नहीं दिला पाता है, इसलिए लोग बेखौफ होते जा रहे हैं और बेजुबान जानवरों के साथ हैवानियत कर रहे हैं।