मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के कुंडीपुरा थाने में दुष्कर्म की शिकायत करने आई नाबालिग ने थाने में ही बच्चे को जन्म दिया। शिकायत करने पहुंची नाबालिग को थाने में प्रसव पीड़ा होने पर थाना प्रभारी पूर्वा चौरसिया, एक महिला पुलिसकर्मी व अन्य महिलाओं ने मिलकर उसका प्रसव करवाया। बाद पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी आकाश युवनाती के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया।
थाना प्रभारी ने बताया कि दुष्कर्म की शिकार नाबालिग थाने आई थी। उसी समय उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। इसके बाद एक महिला कांस्टेबल और परिसर में घरेलू काम करने वाली महिलाओं की मदद से उसकी डिलीवरी करवाई गई। पीड़िता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस समय नाबालिग और उसका बच्चा स्वस्थ है। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि उसी के गांव के आकाश युवनाती ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपी बीते कई महीने से शादी की बात कहकर उसे थाने जाने से रोक रहा था। तीन दिन पहले वह शादी से मुकर गया। इसके बाद पीड़िता थाने पहुंची। नौ मार्च को लवाघोघरी थाने में भी इसी तरह का मामला सामने आया था। उस वक्त महिला कांस्टेबल शीतल वाघमारे ने थाने में प्रसव करवाया था। वहां भी समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंच सकी थी। इस बार भी ऐसा ही हुआ।