छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में पचावल और मेंढारी नदियों से अवैध रेत खनन धड़ल्ले से हो रहा है। यहां से प्रतिदिन 100 ट्रक रेत उत्तर प्रदेश के सोनभद्र से लेकर प्रयागराज, वाराणसी तक भेजी जा रही है। लीज एरिया के नाम पर उससे बाहर खनन किया जा रहा है। अब रेत माफिया और ग्रामीणों से टकराव जैसी स्थिति भी है।
वन मार्ग से रेत का परिवहन तथा मुख्य मार्ग के किनारे बरसात के सीजन के लिए नियम विरुद्ध तरीके से रेत का भंडारण भी किया जा रहा है। तालकेश्वरपुर में नदी किनारे वर्षो से खेती करने वाले किसानों की जमीन से होकर रेत उत्खनन के लिए सड़क बना दी गई है।
हाइवा के साथ बड़ी ट्रकें हर रोज इन मार्गों से होकर गुजर रही हैं। इससे ग्रामीण नाराज हैं। भारी वाहनों की आवाजाही से पूरी तरीके से खस्ताहाल हो चुकी कच्ची सड़क पर मिट्टी और मुरम डाल देने से ट्रक तो पार हो जा रही है, लेकिन दोपहिया और चारपहिया वाहनों की आवाजाही बंद हो जाने से भी गुस्सा बढ़ता जा रहा है। परिस्थितियां धीरे-धीरे तनावपूर्ण होती जा रही है, जिससे कभी भी बड़ी घ्ाटना हो सकती है।