छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के धर्मान्तरण के खिलाफ लड़ने वाले आदिवासी समाज के 14 लोगों को छह महीने बाद जमानत मिली। यह जमानत हाई कोर्ट से मिली है। जब वे जमानत पर जेल से बाहर कर गांव और घर पहुंचे तो उनका भव्य स्वागत किया गया। ग्रामीणों ने मंदरी नाच के साथ सभी का स्वागत किया।
छह महीने पूर्व हुए आदिवासियों के धर्मांतरण के खिलाफ नारायणपुर से लेकर कोंडागांव तक के आदिवासी समाज नेताओं के नेतृत्व में प्रदर्शन चल रहा था। प्रदर्शन से घबराई छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने विवाद को बढ़ने की आशंका को देखते हुए एक तरफा कार्रवाई करते हुए इन आदिवासी नेताओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लागू कर गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में कुल 39 आदिवासी नेताओं और समाज के लोगों को गिरफ्तार किया था। अभी तक 27 लोगों को हाई कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। जमानत के बाद जेल से घर पहुंचे इन आदिवासियों का ग्रामीणो ने जोशोखरोश के साथ स्वागत किया गया।