उत्तर प्रदेश की SDM ज्योति मौर्य जैसी कहानी कोरबा में भी सामने आई है। जिस मजदूर पति ने अपनी पत्नी को मजदूरी मेहनत कर शिक्षिका बनाया, उसी ने बेवफाई कर दी। आरोप है कि शिक्षिका बनते ही पत्नी ने पति का साथ छोड़ दिया। पत्नी पर उचित कार्रवाई की मांग के लिए पति जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंच गया।
मजदूर पति ने बताया कि वह शांति कुमार कश्यप हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी बालको का निवासी है। उसका विवाह 2011 को हुआ था। दोनों के दांपत्य जीवन में दो पुत्री का जन्म हुआ। उसने अपनी पत्नी की पढ़ाई पूरी करवाई और दौड़ धूप कर अपने परिश्रम से उसे शिक्षाकर्मी तृतीय वर्ग में नौकरी भी लगवा दिया, लेकिन अब उसकी पत्नी का पिछले दो वर्षों से किसी गैर पुरुष के साथ संबंध है। जब उसने अपने ससुराल वालों को बताया कि आपकी बेटी गलत रास्ते पर जा रही है तो मायके वाले बेटी को समझाने की बजाय और भड़काया, उसके कृत्य को बढ़ावा और सहयोग दिया। इसकी उसकी शिक्षिका पत्नी अपने पति की अंकसूची, आधार कार्ड, जमीन की रजिस्ट्री पेपर और अन्य दस्तावेज के अलावा सोना-चांदी व अन्य सामान को लेकर चली गयी है।
पीड़ित पति ने बताया कि वर्तमान में शिक्षिका पत्नी कोरबा विकासखंड के एक शासकीय प्राथमिक स्कूल में सहायक शिक्षिका के पद पर पदस्थ है। अब उसने पति के रहते हुए और बिना तलाक हुए गैर पुरुष के साथ रह रही है। उससे एक बच्चा भी हुआ है। इतना ही नहीं उसने परिवार परामर्श केन्द्र में झूठा बयान दिया गया। बालको थाना में झूठी एफआईआर दर्ज करवा दिया। जिला सत्र न्यायालय कोरबा में भी झूठा बयान दिया। न्यायालय में उसने अपने पति पर झूठा आरोप लगाया और पूरे परिवार एवं समाज में बदनाम किया गया।