
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद शुरू हुए विवाद का अंत होता नजर आ रहा है। चीन के बाद अब भारत अमेरिका के साथ ही ऐतिहासिक ट्रेड डील पर साइन करने वाला है। दोनों देशों के बीच समझौते की शर्तों को लेकर सहमति बन गई है। इसकी घोषणा आठ जुलाई को हो सकती है। भारत की ओर से वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल इस समझौते के मुख्य वार्ताकार थे। उनकी अगुवाई में ही वाशिंगटन में कई दौर की बातचीत के बाद समझौते पर सहमति बनी है। इस पर हस्ताक्षर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका जा सकते हैं।
बता दें कि, डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद उन्होंने टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इसके तहत 2 अप्रैल को अमेरिका ने कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लागू किए। हालांकि, इन टैरिफ को लेकर मचे विवाद के चलते अमेरिका ने भारत पर लगाए गए 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ को 9 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया। बावजूद इसके, भारत पर 10 फीसदी का बेसलाइन टैरिफ अब भी लागू है। भारत लगातार 26 फीसदी के इस अतिरिक्त टैरिफ से छूट पाने की कोशिश कर रहा है।
ट्रंप ने दावा किया था कि दुनिया का हर देश अमेरिका से व्यापार करना चाहता है। उन्होंने कहा, कुछ महीने पहले मीडिया पूछ रही थी कि क्या वाकई कोई ट्रेड डील में दिलचस्पी दिखाएगी? हमने कल ही चीन के साथ एक डील साइन की है। हम और भी अच्छे सौदे करेंगे। भारत के साथ भी डील पर बात हो रही है। भारत के साथ बहुत बड़ी ट्रेड डील का ऐलान जल्द किया जाएगा।