यूक्रेन के दक्षिण में स्थित मेलिटोपोल शहर के नजदीक एक्सप्लोसिव डिवाइस के जरिये यूक्रेनी लड़ाकों ने रूसी सैनिकों से भरी ट्रेन को उड़ा दिया। इस हमले में बड़ी संख्या में रूसी सैनिकों के मारे जाने की आशंका है। हमले का दावा यूक्रेन की टेरिटोरियल डिफेंस फोर्स ने किया है जिसमें सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त नागरिक हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस हमले की पुष्टि नहीं की है।
मेलिटोपोल के जिस इलाके में हमला हुआ है वह जपोरीजिया के नजदीक का इलाका है जिस पर रूस ने कब्जा कर रखा है। डोनेस्क और लुहांस्क में भी लड़ाई जारी रहने की खबर है। इस बीच करीब तीन महीने के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव में अमेरिकी दूतावास ने कार्य करना शुरू कर दिया है। रूस के हमले की आशंका से फरवरी में अमेरिका ने कीव से अपना दूतावास स्थानांतरित कर दिया था, जबकि अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आइसीसी) ने यूक्रेन में युद्ध अपराध के मामलों की जांच के लिए 42 सदस्यीय दल नियुक्त किया है। आइसीसी के इतिहास में किसी एक देश्ा में इस तरह के मामलों की जांच के लिए यह सबसे बड़ा दल है।
रूसी विदेश मंत्रालय ने 34 फ्रांसीसी राजनयिकों को जवाबी कार्रवाई में देश से निष्कासित कर दिया। इसी के साथ स्पेन के 27 और इटली के 24 राजनयिक निष्कासित किए गए हैं। इन देशों ने यूक्रेन पर रूस के हमले के विरोध में रूसी राजनयिकों को निष्कासित किया था। अप्रैल में फ्रांसीसी सरकार ने दो बार में रूस के 41 राजनयिकों को राष्ट्रहित के खिलाफ गतिविधियों में संलग्न मानते हुए पेरिस से निष्कासित किया था। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से यूरोपीय देशों ने 300 से ज्यादा रूसी राजनयिकों को निष्कासित किया है।