कोरोना महामारी के संकट में स्कूल-कॉलेज बंद थे। इस वजह से छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित थी और यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट परीक्षाएं भी आयोजित नहीं कर पाए थे। अनलॉक-2 में गृह मंत्रालय के बाद यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने भी फाइनल और सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए नई गाइडलाइंस जारी कर दी है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी की ओर से परीक्षाएं आयोजित करने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि इस अनुमति के बावजूद कई बदलाव किए गए हैं। यूनिवर्सिटीज के फाइनल पेपर की तारीख बदल गई है। वहीं विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षाएं लेने की छूट दी गई है।
यूजीसी ने नई गाइडलाइंस में कहा है कि फाइनल ईयर के एग्जाम किसी हाल में रद्द नहीं होंगे। मगर एग्जाम के समय में बदलाव किया गया है। सितंबर में फाइनल ईयर के पेपर होंगे। विश्वविद्यालयों को ये छूट भी दी गई है कि वो ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से परीक्षा का आयोजन करवा सकते हैं।
इसके अलावा यूजीसी ने नई गाइडलाइंस में कहा है कि इंटरमीडिएट सेमेस्टर के लिए 29 अप्रैल को UCG द्वारा जारी गाइडलाइंस मान्य होंगी। इससे पहले यूजीसी ने गाइडलाइंस जारी कर 1 से 15 जुलाई के बीच परीक्षा का आयोजन करने का प्रस्ताव दिया था, जिसे अब बढ़ा दिया गया है।
अपनी गाइडलाइंस में UCG ने कहा कि विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान परिस्थितियों को देखते हुए ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से छात्रों के लिए एग्जाम का आयोजन कर सकते हैं। जो छात्र बैकलॉग में है उन्हें ये परीक्षा देनी होगा, वो किसी भी माध्यम ( ऑनलाइन या ऑफलाइन) तरीके से एग्जाम में शामिल हो सकते हैं। जो छात्र फाइनल ईयर में है अगर वो किसी कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो पाते हैं तो उन्हें विश्वविद्यालय या शिक्षण संस्थान की ओर से स्पेशल परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाएगा।