विश्व हिदू परिषद (विहिप) के क्षेत्रीय संगठन मंत्री गजेंद्र ने गुरुवार को प्रयागराज में आह्वान किया कि ‘कोई भी मजार अथवा दरगाह गुरु स्थान नहीं है, न ही हमारी संस्कृति का हिस्सा है। तमाम मजारों को लेकर विवाद है। वहां जाने से हिदुओं को बचना चाहिए। अजमेर शरीफ, छोटे सरकार, बड़े सरकार जैसी मजार पर बिल्कुल नहीं जाएं।”
प्रयागराज के केसर भवन में पत्रकारों से चर्चा के दौरान विहिप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ने देश में हिदुओं पर हो रहे हमलों पर चिता जताई। कहा, अमरावती में उमेश व उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या, हिंदू समाज की धार्मिक शोभायात्राओं पर हमले, देवी-देवताओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणी कर भय का वातावरण बनाया जा रहा है। यह सब योजनाबद्ध तरीके से इस्लामिक कट्टरता को बढ़ावा देने का कुचक्र है। इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट नापसंद आने पर हत्या की धमकी दी जा रही है। वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री को धमकाया जा रहा है। यह देश की संप्रभुता, उदारवाद, विचारों की स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता को चुनौती है। इसे भारत की जनता, विश्व हिदू परिषद, बजरंग दल स्वीकार नहीं करेगा। विधर्मियों और राष्ट्र विरोधी शक्तियों से लड़कर हम विजय प्राप्त करेंगे।
हम सबको पूर्वज पहचानने होंगे
संगठन के केंद्रीय सह मंत्री हरिशंकर ने इसी दौरान कहा कि हम सबको पूर्वज पहचानने होंगे। ऐसा करने पर ही अस्तित्व संस्कार बचा पाएंगे। लव जिहाद और मतांतरण जैसी समस्याओं का समाधान निकलेगा। विहिप उदारवाद और धर्म की स्वतंत्रता में विश्वास करती है परंतु वह राष्ट्रद्रोही शक्तियों से लड़ेगी। परिषद ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में हिंदुओं की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। यह संगठनात्मक दृष्टि से प्रांतवार जारी किए गए हैं। धमकी मिलने अथवा परेशान किए जाने पर इस नंबर पर काल कर कोई भी हिंदू मदद ले सकता है। पदाधिकारियों ने बताया कि संगठन के प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता तत्काल मदद करेंगे। स्थानीय पुलिस व प्रशासन से संरक्षण व दोषी को सजा भी दिलाई जाएगी।