जगदलपुर। बस्तर के अबूझमाड़ में नक्सलियों की मौजूदगी में 10 हजार से ज्यादा ग्रामीणों ने विश्व महिला दिवस मनाया है। नक्सल स्मारक के पास क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन ने रैली निकाल कर सभा भी ली है। इस दौरान नक्सलियों की चेतना नाट्य मंडली ने नाच-गाना भी किया। सर्चिंग पर आने वाले पुलिस जवानों पर महिलाओं के साथ मारपीट का भी आरोप लगाया है। बुधवार की देर शाम क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन ने वीडियो जारी कर इसकी जानकारी दी है। इंद्रवाती नदी के पार अबूझमाड़ में 8 मार्च को इलाके के 20 से ज्यादा गांव के ग्रामीण नक्सलियों के शहीद स्मारक के पास जमा हुए थे। इस दौरान नक्सलियों की माड़ डिवीजन के नक्सली भी मौजूद थे। यहां क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन ने एनकाउंटर में मारी गई महिला नक्सलियों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही विशाल रैली भी निकाली गई। इस दौरान यहां मौजूद महिलाओं ने कहा कि नारी को पूरे भारत देश में कमजोर समझा जाता है। नारी को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए। नारी उतनी ही शक्तिशाली होती है जितने पुरूष होते हैं। समाज में जितना अधिकार पुरुषों का है उतना ही नारियों का भी है। महिलाओं ने अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा कि समाज में महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहा है। दुष्कर्मियों को सजा मिलनी चाहिए। अबूझमाड़ में 10 हजार ग्रामीणों ने करीब 2 किमी विशाल रैली निकालकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी है।
इंद्रावती नदी पार का इलाका है अबूझमाड़
बस्तर की जीवनदायिनी कही जाने वाली इंद्रवाती नदी के पार के इलाके को अबूझमाड़ कहा जाता है। नदी पार बीजापुर, नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिले के कई गांव आते हैं। यह इलाका पूरी तरह से नक्सलियों का गढ़ भी है। बीहड़ों में बसे इन्हीं इलाकों को अबूझमाड़ कहा जाता है। नारायणपुर जिले के ज्यादातर गांव इसी इलाके में आते हैं।