अफगानिस्तान में तालिबानियों के खिलाफ अफगानियों ने विद्रोह कर दिया है। तालिबानों के खिलाफ अब लोग खुलकर सामने आने लगे हैं। अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत नांगरहार में लोगों अफगानी झंडा लेकर रैली निकाल रहे हैं। अफगानियों ने विद्रोह से घबराए तालिबानियों ने गोलीबारी शुरू कर दी है।
स्थानीय सूत्र ने स्पूतनिक को बताया कि गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हो गये हैं। हालांकि अब तक हताहतों की संख्या की पुष्टि नहीं की जा सकी है। टोलो न्यूज के मुताबिक ताजिकिस्तान स्थित अफगानी दूतावास ने इंटरपोल पुलिस से राष्ट्रपति अशरफ गनी को गिरफ्तार करने की अपील की है। इसके अलावा हमदल्ला मोहिब और फजल महमूद फजली को भी हिरासत में लेने को कहा गया है, इन तीनों नेताओं पर अफगानी जनता का पैसा लूटकर भागने का आरोप है। अब दूतावास चाहता है कि इन नेताओं को पकड़कर इनसे रकम की वसूली की जाए।
गत रविवार को तालिबान ने अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा कर लिया, जिसके बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस्तीफे की घोषणा की ओर देश छोड़ दिया। गनी ने कहा कि उन्होंने हिंसा को रोकने के लिए यह निर्णय लिया क्योंकि आतंकवादी राजधानी काबुल पर हमला करने के लिए तैयार थे। तालिबान के कब्जे के बाद कई लोग आतंकवादियों से प्रतिशोध के डर से देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे हैं।