Ekhabri विशेष, पूनम ऋतु सेन।भोजन हमारे शरीर का ईंधन होता है और भोजन ही हमारे शरीर के लिए औषधि होती है आज 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाया जा रहा है जिसे वर्ल्ड फूड डे के नाम से भी जाना जाता है। हम सभी की कोशिश रहती है कि अच्छा भोजन करें जिससे स्वास्थ्य अच्छा रहे वरना खराब भोजन शरीर में व्याधियां उत्पन्न कर सकता है। तो चलिए जानते हैं वर्ल्ड फूड डे के अवसर पर हमें कैसा भोजन करना चाहिए-
1. भोजन कैसा होना चाहिए?
भोजन ऐसा हो जिसमें सारे न्यूट्रिएंट्स मिले। आमभाषा में न्यूट्रेन्ट्स फैट, विटामिन्स और प्रोटीन्स हैं इनकी मात्रा हमारे शरीर में संतुलित होना चाहिए। आमतौर पर हम इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में कैलोरीज तो लेते हैं लेकिन न्यूट्रिशन शरीर को नहीं मिलता और वजन बढ़ने लग जाता है।
इसके लिए हमें संतुलित भोजन लेना चाहिये जिसमें दिन में कम से कम 2 बार फलाहार शामिल हो। पानी की मात्रा अधिक हो जिसमें 3 से 4 लीटर एक दिन में अवश्य लें।
2. तेल, चीनी, नमक प्रतिदिन कितना ले?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक हर व्यक्ति को प्रतिदिन 25 ग्राम से अधिक चीनी और 5 ग्राम से अधिक नमक नहीं लेना चाहिए। वहीं तेल की इतनी ही मात्रा लें जितनी खाद्य पदार्थ को बनाने के लिए आवश्यक हो।
इसकी मात्रा को नापने के लिए सबसे सरल उपाय है कि जिस दिन आप अपने खाने वाले डब्बों में इसे भरें उसका दिन नोट कर लें और जिस दिन उसकी मात्रा पूरा खत्म हो वह दिन को देखें और प्रतिदिन खपत का अनुमान लगा कर अपनी सेहत को सुरक्षित रखिये।
3. फ़ास्ट फ़ूड हमारे शरीर के लिए कितना हानिकारक है?
फ़ास्ट फ़ूड जैसे पिज़्ज़ा,बर्गर, पेस्ट्री, ब्रेड्स हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक है क्योंकि किसी में चीनी और किसी में नमक की मात्रा सामान्य से बहुत अधिक होती है। इनमें तेल की मात्रा तो अधिक रहती है उसके अलावा ट्रांस फैट जो सबसे हानिकारक है वो भी अत्यधिक मात्रा में मौजूद रहता है। और यदि जंक फूड के बिना नहीं रह सकते तो कोशिश करें कि महीने में इसे 1 से 2 बार ही लें और निरंतर सेवन करने से बचें।
4. मांसाहार का प्रचलन हाल ही में बहुत तेजी से बढ़ा है, इसका हमारे शरीर में क्या प्रभाव पड़ता है?
मांसाहार को लोग प्रोटीन के लिए लेते है, लेकिन शाकाहारी भोजन में भी उतने ही प्रोटीन मिल जाया करते हैं। आजकल न केवल हमारे देश मे बल्कि बाहरी देशों में भी भारतीय शाकाहारी प्रोटीन वाले पदार्थों का सेवन बढ़ रहा है। कुछ बीमारियां ऐसी भी हैं जो किसी एक अलग तरह के मांसाहार भोजन से फैली हैं। यदि अच्छे फल सब्जियां मैजूद हों और पूरे न्यूट्रिएंट्स मिले तो शाकाहारी भोजन लेना पर्याप्त है।
5. पेस्टिसाइड्स से हानिकारक तत्व शरीर में पहुँचने लगे हैं उनसे कैसे बचा जाए?
इनसे बचने के लिए 2 तरीके हैं यदि आपके पास खाली जमीन हो तो वहाँ स्वयं के लिए फल सब्जियां उगा कर उसका सेवन कर सकते हैं आधुनिक तौर पर अभी किचन गार्डन का कॉन्सेप्ट भी अच्छा है जो नए तकनीक से अच्छे खाद्य पदार्थ उगाए जा रहें हैं
दूसरा तरीका पेस्टिसाइड्स खाद्य पदार्थ की पहचान करना है, यदि फल सब्जियों को फ्रिज में न रखें और वे समय से जल्दी खराब हो जाएं तो वह पेस्टिसाइड्स वाले खाद्य है उनका सेवन तुरंत बंद कर दें।
6. इंटर मीडिएट फास्टिंग का प्रचलन बढ़ा है, जिससे वजन जल्दी कम हो रहा है, इसका क्या प्रभाव होता है?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक यदि इसे अपनाकर 4 से 5 kg वजन कम हो रहा है तब वह बिल्कुल सामान्य है लेकिन यदि आप इससे अचानक से 5kg से ज्यादा वजन कम कर रहें है तो वह किसी न किसी रूप में आपके लिए नुकसान है।दिन में तीन बार ग्रीन टी का सेवन कर साथ में योग एक्सरसाइज और अच्छे हेल्थी फ़ूड लेकर वजन कम कर सकते हैं।