केंद्र की मोदी सरकार दुनिया की पहली डीएनए आधारित कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी को इस महीने बाजार में उतारने की तैयारी में है। अहमदाबाद स्थित जायडस कैडिला ने इस वैक्सीन की 60 लाख डोज तैयारी की है और सरकार कुल डोज खरीदने वाली है।
सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार अक्टूबर में कोरोनारोधी वैक्सीन 28 करोड़ से ज्यादा डोज खरीदेगी। इनमें 22 करोड़ डोज कोविशील्ड की होगी, छह करोड़ कोवैक्सीन की और 60 लाख डीएनए आधारित जायकोव-डी की। भारतीय दवा नियामक ने अगस्त में जायकोव-डी के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी।
जायकोव-डी पहली डीएनए वैक्सीन है। परीक्षण के दौरान यह कोरोना वायरस के खिलाफ 66.6 प्रतिशत प्रभावी पाई गई थी। यह तीन डोज वाली वैक्सीन है। पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी और 56 दिन बाद तीसरी डोज लगाई जाएगी। सबसे खास बात यह है कि इसे लगाने के लिए नुकीली सुई की जरूरत नहीं होगी, बल्कि इसे एक अलग तरह की मशीन से लगाया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि सरकार की योजना अक्टूबर में ही जायकोव-डी को बाजार में लांच करने की थी। इसमें देरी के बारे में पूछे जाने पर पिछले हफ्ते नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डा. वीके पाल ने कहा था कि चूंकि यह सामान्य सुई के बदले अलग तरीके से लगाई जाती है, इसलिए इसे लगाने वालों को ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ही वैक्सीन को टीकाकरण अभियान में शामिल कर लिया जाएगा।