
नेशनल मिनिरल डेवलपमेंट कारपोरेशन (एनएमडीसी) के नगरनार स्टील प्लांट में काम कर रहे बाहरी श्रमिकों ने काम से इंकार कर दिया और पैदल ही अपने राज्यों की ओर रवाना होने लगे। झारखंड के करीब सौ मजदूर बिना प्रबंधन को सूचना दिए ही प्लांट से पैदल झारखंड के लिए रवाना होने निकल गए। लॉकडाउन के दौरान प्लांट में काम जारी है, लेकिन प्रवासी श्रमिकों को अब अपने घरों की चिंता सता रही है। पैदल ही रवाना हुए श्रमिकों में से 29 लोगों को पुलिस ने प्लांट से 16 किलोमीटर दूर जगदलपुर रोड पर रोका और फिर उन्हें वापस लाकर नगरनार प्लांट छोड दिया है।
एनएमडीसी स्टील प्लांट में काम कर रहे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के श्रमिक मानने को तैयार नहीं। स्टील प्लांट में कामकाज दूसरे दिन भी बाधित रहा। श्रमिकों का कहना है कि महामारी के इस दौर में उनके लिए रोजी-रोटी से पहले परिवार है। वह हर हाल में घर वापसी चाहते हैं। मजदूर घर वापसी की मांग को लेकर सोमवार से प्लांट में हडताल पर हैं। यहां पूरी तरह काम ठप पड गया है। इसके अलावा सोमवार से अभी तक सैकडों मजदूर बिना सूचना के अपने घरों को पैदल ही निकल चुके हैं।
राज्य के सवा लाख से अधिक श्रमिक दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। राज्य सरकार ने उन्हें लाने के लिए 28 ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव रेलवे और केंद्र सरकार को दिया है। सरकार ने रेल किराया देने की भी घोषणा कर दी है।