चतरा। आस्था और अंधविश्वास की वजह से अक्सर लोग अपनी जान जोखिम में डाल लेते हैं. झारखंड के चतरा में ऐसी ही एक घटना चर्चा का विषय बनी हुई है. जिले के हंटरगंज प्रखंड के एक घर में बीते दिनों शिव चर्चा का आयोजन किया गया था. इसमें शामिल होने के लिए एक महिला तैयार होकर अपने घर से निकल ही रही थी कि इसी बच कहीं से एक जहरीला सांप निकल आया. सांप को देख घर में हड़कंप मच गया, लेकिन महिला को लगा कि शिव-चर्चा से पहले उसके घर साक्षात् भगवान आ गए हैं. अंधविश्वास में आकर उसने अपने गले में सांप को लपेट लिया और पूजा में बैठ गई. इसी दौरान सांप ने उसे कई बार डसा, जिसके कारण महिला की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना हंटरगंज प्रखंड के रक्शी गांव की है। सांप काटने से जिस महिला की मौत हुई, उसका नाम रुनिया देवी था। वह इसी गांव के रहने वाले लालदेव भुइयां की पत्नी थीं। कुछ गांव वालों ने बताया कि पूजा के दौरान गले में सांप लपेटकर बैठी रुनिया देवी को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुट गई थी। सांप के साथ वह भजन-कीर्तन करती रही और इस दौरान गांव वाले भी ढोल बजाकर महिला का साथ देते रहे। भजन-कीर्तन के दौरान ही जहरीले सांप ने महिला को कई जगह डस लिया। पूजा-पाठ में मग्न हुए लोगों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। जहरीले सांप का जहर जब महिला के शरीर में असर दिखाने लगा, तो पूजा के दौरान ही रुनिया देवी अचानक अचेत होकर गिर पड़ीं। तब आनन-फानन में गांव के ही किसी झाड़-फूं क करने वाले को बुलाया गया, लेकिन किसी ने महिला को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश नहीं की। जब तक सांप का जहर उतारने का प्रयास किया जाता, उसके पहले ही महिला की मृत्यु हो गई. इस घटना के चश्मदीद ग्रामीणों ने कहा कि अगर समय पर रुनिया देवी को अस्पताल पहुंचाया जाता तो हो सकता था कि उसकी जान बच जाती. रक्शी गांव समेत आसपास के गांवों में इस घटना को लेकर लोगों में कौतुहल है।