मुंबई। मुंबई एयरपोर्ट के पास ड्रैगन फ्लाई क्लब में पुलिस ने सोमवार रात करीब दो बजे छापा मारा। क्रिकेटर सुरेश रैना समेत 27 सेलिब्रिटीज और 7 स्टाफ के खिलाफ आईपीसी की धारा-188, 269 और 34 के तहत केस दर्ज किया गया है। क्लब में ऋतिक रोशन की एक्स वाइफ सुजैन और सिंगर गुरु रंधावा समेत कई सेलिब्रिटीज मौजूद थे। सेलिब्रिटीज को गिरफ्तार करने के बाद छोड़ भी दिया गया। इस रेड के दौरान रैपर बादशाह भी पार्टी में मौजूद थे। हालांकि, वो पिछले दरवाजे से भाग गए। इस बात का पता चलने के बाद पुलिस ने उन्हें भी नोटिस भेजा है। सुरेश रैना की टीम ने रैना की तरफ से बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि रैना एक शूट के लिए मुंबई में थे, जो देर रात तक चलता रहा। दिल्ली आने से पहले उनके एक दोस्त ने उन्हें एक डिनर के लिए इनवाइट किया था। उन्हें मौजूदा टाइम लिमिट और प्रोटोकॉल की जानकारी नहीं थी। जानकारी मिलने के बाद उन्होंने तुरंत प्रोसेस को फॉलो किया। जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है और अनजाने में हुई घटना पर उन्हें पछतावा है।
गुरु रंधावा ने कहा- नियमों की जानकारी नहीं थी
गुरु रंधावा की मैनेजमेंट टीम ने कहा, ‘कल रात की इस घटना के लिए खेद है। दुर्भाग्य से गुरु रंधावा को स्थानीय प्रशासन के फैसलों की जानकारी नहीं थी। उन्होंने वादा किया है कि वे सरकार की सभी गाइडलाइन और प्रोटोकॉल का पालन करेंगे। वो कानून का पालन करने वाले व्यक्ति रहे हैं और आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे।’ बताया जा रहा है कि पार्टी में 19 लोग दिल्ली से आए थे। अन्य लोग पंजाब और दक्षिण मुंबई के रहने वाले थे। इनमें से ज्यादातर ने शराब पी रखी थी। महाराष्ट्र में अभी भी लॉकडाउन के नियम जारी हैं। इसमें रात में 11 बजे के बाद किसी भी तरह की पार्टी या सार्वजनिक कार्यक्रम प्रतिबंधित है।
जमानत मिलने के बाद गिरफ्तारी को लेकर क्या कहा सुरेश रैना ने
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना को जमानत मिल गई है। क्रिकेटर सुरेश रैना की टीम ने उनको जमानत मिलने के बाद एक बयान जारी किया है, जिसमें लिखा है कि, सुरेश मुंबई में एक शूट के लिए थे जो कि देर रात तक खिंच गया था, वहीं एक दोस्त ने उनको एक डिनर के लिए आमंत्रित किया, इससे पहले कि वो वापस दिल्ली के लिए अपनी फ्लाइट ले पाते। इस बयान में आगे लिखा, ह्वउन्हें स्थानीय टाइमिंग और प्रोटोकॉल की जानकारी नहीं थी। एक बार जब उनको इस बात का पता चला, तुरंत उन्होंने प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन किया और दुर्भाग्यवश जो कुछ हुआ उन्हें इसका दुख व खेद है। वो प्रशासन द्वारा जारी नियम-कानून का हमेशा सम्मान करते हैं और आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे।