रायपुर। अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा को पूरे राजकीय सम्मान के साथ आज उनके गृह नगर दुर्ग के शिवनाथ नदी के महमरा घाट स्थित मुक्तिधाम में अंतिम विदाई दी गई। सुबह उनका पार्थिव शरीर नई दिल्ली से रायपुर लाया गया। जहां राजीव भवन में श्रद्धांजलि दी गई। जहां मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने श्री वोरा के पार्थिव देह को कांधा देकर दुर्ग के लिए रवाना किए थे। दुर्ग के पद्मनाभपुर स्थित निवास में अंतिम दर्शन के उपरांत उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक और चाहने वाले शामिल हुए। राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस वर्किंग कमेटी से उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल वासिनक ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ओर से श्री वोरा के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। महाराष्ट्र सरकार के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत भी श्री वोरा के निवास पहुंचकर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
दुर्ग में शिवनाथ एनिकट के पास बने मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके बड़े बेटे अरविंद वोरा ने मुखाग्नि दी। इस दौरान उनके अरविंद के भाई और मोतीलाल वोरा के छोटे बेटे दुर्ग से विधायक अरुण वोरा समेत परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहे। अंत्येष्टि में गांधी परिवार से कोई शामिल नहीं हुआ। हालांकि सोनिया गांधी ने अपने प्रतिनिधि के रूप में मुकुल वासनिक और हरीश रावत को भेजा।