रायपुर की पुलिस बंगाल से दो ठगों को पकड़कर लाई है। इन दोनों ने अपने एक और साथी के साथ मिलकर प्रदेश के पैरेंट्स काे लूटा था। कहा था बेटे को डॉक्टर बनाने बंगाल के इंस्टीट्यूट में दाखिला दिला देंगे। मगर न दाखिला कराया न रुपए लौटाए। इसी शिकायत पर पुलिस ने एक्शन लिया। कवर्धा के रहने वाले संतोष चंद्रवंशी ने शिकायत दर्ज करवाई थी। इनके बेटे को एमबीबीएस काॅलेज में प्रवेश दिलाने का झांसा देकर ठगों ने शिकार बनाया था। रायपुर के मैग्नेटो मॉल में ब्लूबेरी सर्विस नाम की एजेंसी चलाने वाले और इस ठगी केस के मास्टर माइंड कल्पत्रुदास ने ठगी का जाल बुना था।दरअसल नीट के रिजल्ट आने के बाद दास के चंद्रवंशी के बेटे का नंबर मिला। कवर्धा से चंद्रवंशी को रायपुर बुलाकर अपने ऑफिस में कल्पत्रु ने दावा किया कि वो इनके बेटे को पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित गौरी देवी मेडिकल काॅलेज में एडमिशन दिला देगा। वहां इसके परिचित हैं। मगर 15 लाख रुपए लगेंगे। चंद्रवंशी ने 10 लाख और 5 लाख की किस्त में रुपए दे दिए।इस ठगी के केस में कल्पत्रु ने रुपयों की डीलिंग में अपने अन्य साथी राजेश दास और संजय दास से भी चंद्रवंशी की मुलाकात कराई थी। इनकी तलाश में रायपुर की पुलिस कोलकाता गई। राजेश और संजय कॉलेज से ताल्लुक रखने का दावा करते थे। पुलिस ने वहां इनका पता लगाकर इन्हें पकड़ा तो इन्होंने 15 लाख लेकर ठगी की बात कबूली। अब कल्पत्रु फरार है इसकी तलाश पुलिस कर रही है।