भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का 39वां जन्मदिन है। माही और ‘कैप्टन कूल’ के नाम से मशहूर धोनी का जन्म सात जुलाई 1981 को रांची में हुआ था। धोनी झारखंड के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं। धोनी एक दशक से भी ज्यादा समय तक विकेटकीपर, बल्लेबाज, कप्तान हर भूमिका में फिट रहे। एमएस धोनी ने क्रिकेट की दुनिया में एक ऐसी छाप छोड़ी है, जो आने वाले सालों तक बरकरार रहेगी।
धोनी को 2007 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (Rajiv Gandhi Khel Ratna), 2009 में भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री (Padma Shri) और 2018 में भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म भूषण (Padma Bhushan) जैसे बड़े अवार्ड मिल चुके हैं। इंडियन आर्मी ने 1 नवंबर 2011 को धोनी को लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक से सुशोभित किया।
धोनी को एक बहन और एक भाई है। बहन का नाम जयंती गुप्ता और भाई का नाम नरेंद्र सिंह धोनी है। धोनी ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट के फैन हैं। धोनी बचपन से महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन और महान गायिका लता मंगेशकर को अपना आदर्श मानते हैं।
धोनी ने 18 वर्ष की उम्र में 1999-2000 के सत्र में बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी की शुरुआत की। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में असम क्रिकेट टीम के खिलाफ दूसरी पारी में 68 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। हालांकि बाद में विभाजन के बाद धोनी झारखण्ड की ओर रणजी खेलने लगे। धोनी ने दिसंबर 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय मैच में डेब्यू किया और अपना पहला टेस्ट एक साल बाद श्रीलंका के खिलाफ खेला। धोनी भारत के पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच का हिस्सा थे। उन्होंने दिसंबर 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू किया।
2011 का वर्ल्ड कप जीत 28 साल बाद भारत को बनाया विश्व विजेता
1983 में पहला विश्व कप जीतने के बाद टीम इंडिया 28 साल बाद एक बार फिर से धोनी को विश्व विजेता बनाया। धोनी की कप्तानी में जीत की शुरुआत बांग्लादेश को बांग्लादेश की सरजमीं पर हराकर ही हुई थी। इसके बाद आयरलैंड, नीदरलैंड, वेस्टइंडीज को हराकर भारतीय टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंची। जहां भारत का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से हुआ और टीम इंडिया ने कंगारुओं को 5 विकेट से हरा दिया। इसके बाद सेमीफाइनल में अपने चिरप्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 29 रनों से हराकर फाइनल में एंट्री मारी। फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हरा दिया और भारत 28 साल बाद दूसरा विश्व कप धोनी के कप्तानी में जीत लिया।
विश्व कप जीतने के बाद सिर मुंडवाया
2011 के बाद भारतीय टीम अब दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बन गई थी और धोनी करोड़ों हिन्दुस्तानियों के दिलों पर राज करने लगे। उन्होंने न सिर्फ सचिन तेंदुलकर का बल्कि हर एक क्रिकेट प्रेमियों का सपना पूरा किया। धोनी ने मन्नत मानी थी कि विश्वकप जीतने के बाद अपने सिर मुंडवा लेंगे, जोकि विश्व कप जीतने के दूसरे दिन देखने को भी मिला। इससे पहले धोनी ने दक्षिण अफ्रीका में 2007 में टी-20 विश्वकप जीतने के बाद भी अपने लंबे बालों को कटवाकर छोटा कर दिया था।