रायपुर में 7268 स्वास्थ्य कर्मियों ने अब तक नहीं लगवाया पहला डोज
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हुए डेढ़ महीने हो गये, लेकिन पहले चरण का टीकाकरण लक्ष्य हासिल नहीं हो पाया है। अकेले रायपुर जिले में अभी तक 7268 स्वास्थ्य कर्मी टीके की पहली डोज लगवाने नहीं पहुंचे हैं। इनमें से केवल 300 लोगों ने लिखित में जवाब भेजा है कि वे किन वजहों से टीका लगवाने नहीं आये। छत्तीसगढ़ में कोरोना टीकाकरण की शुरूआत 16 जनवरी को हुई। पहले चरण में प्रदेश के 2 लाख 64 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाना था। फरवरी के पहले सप्ताह तक पहला डोज दे दिए जाने का लक्ष्य तय हुआ। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। 13 फरवरी से टीके की दूसरी डोज भी दी जाने लगी। अभी तक 2 लाख 28 हजार 317 लोगों यानी करीब 88 प्रतिशत लोगों को ही इस टीके की पहली डोज लग पाई है। रायपुर जिले में जिन 34 हजार 634 स्वास्थ्यकर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं और मितानिनों को टीके के लिए पंजीकृत किया गया था, उनमें से 7268 वैक्सीनेशन केंद्रों पर पहुंचे ही नहीं। स्वास्थ्य विभाग ने 10 हजार लोगों को एक प्रपत्र भेज कर पूछा था कि वे किन वजहों से टीका लगवाने नहीं आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इनमें से केवल 300 लोगों ने इस प्रपत्र में अपना जवाब भेजा है। विभाग के काउंसलर अब फोन कर नहीं आने वाले लोगों से कारण पूछ रहे हैं।
फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी जारी हुआ फॉर्म
रायपुर कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने अभी तक टीके का पहला डोज नहीं लगवाने वाले पंजीकृत राजस्व और जनपद पंचायत के अधिकारियों-कर्मचारियों को टीका लगवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, अगर कोई अधिकारी – कर्मचारी टीका लगवाने के इच्छुक नहीं हैं, तो वे निर्धारित फॉर्म में जानकारी दे सकते हैं।