रायपुर-आरक्षण पर रण जारी है। अब जुबानी जंग हो रही है। सत्ता और विपक्ष के दिग्गज दोनों एक दूसरे को घेर रहे हैं। शुक्रवार को आरक्षण के मामले में संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे और अजय चंद्राकर ने अपने बयानों के जरिए आरक्षण के मसले पर सुलग रही सियासी चिंगारी को हवा दी। विधानसभा में विशेष सत्र के दौरान सरकार आरक्षण संशोधन विधेयक पारित करने की तैयारी में है, इसी मामले पर दोनों के बयान सामने आए। सबसे पहले मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि विपक्ष को कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद से ही विपक्ष हाय तौबा मचा रहा है। मैं यही कहूंगा कि सरकार दो कदम आगे जाकर आरक्षण के मामले में काम कर रही है। संबंधित वर्गों के संरक्षण में ये आरक्षण देने जा रही है। विपक्ष भी इसे पारित करे, संसदीय मंत्री के नाते मैं ऐसी अपेक्षा करता हूं।
कांग्रेस कन्फ्यूज है
विधानसभा का विशेष सत्र, आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- रविंद्र चौबे विपक्ष से विधेयक को पारित किए जाने की अपेक्षा कर रहे हैं। हम आरक्षण के अधिकार के पक्ष में हैं मगर चर्चा तो हो। एक ही दिन में विधेयक पेश कर देंगे, हम उसे पढ़ लेंगे, अभी तो हमें पता ही नहीं है कि उसमें क्या बातें हैं। उसी दिन सदन के सरकारी काम हो जाएंगे। एक ही दिन में सब क्यों, ऐसी हड़बड़ी क्यों है। चर्चा से भाग क्यों रहे हैं। पूरा सत्र बुलाएं और कर लें चर्चा।चंद्राकर ने विशेष सत्र को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि ये सत्र 5 तारीख के पहले ही क्यों हो रहा है। क्योंकि 5 को वोटिंग है। कांग्रेस आरक्षण पर कंफ्यूज है। कांग्रेस के अधिकृत पेज में दावा कर रहे हैं कि विशेष सत्र बुलाए हैं, ये तो अवमानना हुई। यदि आरक्षण के लिए बुलाए ये पूरी तरह से चर्चा हो, ये आत्मविश्वास खो चुके हैं। मनोज मंडावी का निधन नहीं होता तो ये सत्र नहीं होता, कांग्रेस लाशों पर राजनीति कर रही है।