
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच नेता तीसरे व आखिरी चरण के लिए वोट मांगने निकल पडे हैं। मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की मधुबनी में आयोजित एक रैली में मौजूद असामाजिक तत्वों ने उनको निशाना बनाकर प्याज फेंका। हालांकि वे बच गए। इस घटना के बाद नीतीश कुमार ने भाषण के बीच में ही कहना शुरू कर दिया और फेंको और फेंको। सुरक्षाकर्मियों को उनको अपने पास से हटा दिया।
नीतीश कुमार मधुबनी जिले की हरलाभी क्षेत्र में सभा में संबोधित करने पहुंचे थे। जब वे अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए पिछड़ा और अतिपिछड़ा के बारे में जिक्र कर रहे थे, तभी जनसभा में मौजूद असामाजिक तत्व ने मंच की तरफ प्याज फेंक दिया। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत ही मुख्यमंत्री को घेर लिया। इस घटना के बाद भी नीतीश कुमार चुप नहीं हुए। वे कहने लगे कि फेंको…फेंको और पत्थर फेंको। साथ ही उन्होंने कहा कि इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। इसके बाद वे रोजगार और अन्य मुद्दों पर बोलना जारी कर दिए।
यह पहला मौका नहीं है जब नीतीश की रैली विरोध के चलते चर्चा में आई है। इससे पहले एक चुनावी सभा के दौरान मुर्दाबाद के नारे लगे। मुजफ्फरपुर के कांटी में आयोजित सभा के दौरान नीतीश कुमार की सभा में कुछ लोगों ने मुर्दाबाद के नारे लगाये। इस पर नीतीश ने नारेबाजी कर रहे लोगों से कहा, “क्यों मुर्दाबाद कह रहे हो, जिसको जिंदाबाद कह रहे हो उसको सुनने के लिये जाओ।” उन्होंने कहा, ‘हम समाज को एक करने में लगे हुए हैं और वह लोग लगे हुए कि समाज को फिर बांट दो। फिर झगड़ा का माहौल पैदा कर दो।’