तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन का असर ऊपरी सदन में भी दिखाई दिया। राज्यसभा में कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने किसानों के मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी, लेकिन चेयरमैन वेंकैया नायडू ने आज चर्चा से इनकार कर दिया। इसके बाद विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। बाद में विपक्षी सांसदों ने जमकर नारेबाजी की। नारों के साथ ही किसान विरोधी काले कानून वापस लेने की गूंज संसद में सुनाई दी। सदन में विपक्ष की नारेबाजी के चलते राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 10.30 बजे तक के लिए स्थगित भी की गई।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुखेन्द्र शेखर राय की तरफ से किसान आंदोलन का जिक्र किया गया और इस पर राज्यसभा में चर्चा की मांग की। आरजेडी नेता मनोज कुमार झा ने भी किसानों के मुद्दे पर चर्चा की मांग की। टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर रे और डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है।
राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान जब किसानों का जिक्र आया तो उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि किसानों, उनके आंदोलन के मसले पर चर्चा होगी लेकिन वह आज नहीं कल यानी बुधवार को होगी। इसके बाद कुछ देर तक हंगामा भी चला। विपक्षी सांसद आज ही चर्चा करवाने की मांग पर अडे रहे।