
राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के मुख्यालय से करीब सात किमी दूर स्थित ग्राम सर्रागोंदी में पीपल के वृक्ष की अवैध कटाई मामले में 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं इसे रोपने वाली बुजुर्ग का एक मार्मिक वीडियो वायरल हो रहा है। यह वृद्धा गांव की देवला बाई (90) है जिन्होंने 25 वर्षों पहले इस वृक्ष को रोपा था। जब उन्हें इसकी हटाई की खबर मिली तो वे हांफती-भागती उसके पास पहुंची और फूट-फूटकर रोने लगीं। वर्षों तक उस वृक्ष की पूजा होती रही, और वह गांव की आस्था का केंद्र बन गया था। ग्रामीणों ने वृद्धा को सांत्वना दी। गिरे हुए वृक्ष की पूजा अर्चना कर ग्रामीणों ने क्षमा मांगी और देवला बाइ के हाथों ही उस स्थान पर एक नए पीपल का पौध रोपा गया। प्रकरण सामने आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। खैरागढ़ निवासी इमरान मेमन एवं उसके साथी प्रकाश कोसरे ने पांच अक्टूबर की सुबह गांव में स्थित शासकीय भूमि पर लगे पीपल वृक्ष को काटने की कोशिश की थी। ग्रामीणों के विरोध के चलते उस दिन वे अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाए। परंतु अगले ही दिन छह अक्टूबर की सुबह ग्रामीण जब वहां पहुंचे, तो पीपल का वृक्ष पूरी तरह से काटा जा चुका था। घटना के संबंध में ग्रामवासी प्रमोद पटेल ने खैरागढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 298, 3(5) एवं शासकीय संपत्ति विरूपण अधिनियम के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया। पुलिस जांच में राजफाश हुआ कि आरोपित इमरान मेमन ने अपनी खरीदी गई जमीन के सामने स्थित शासकीय भूमि पर लगे वृक्ष को हटवाने की योजना बनाई थी। इस कार्य में उसकी मदद प्रकाश कोसरे ने की, जिसने लकड़ी काटने की मशीन से पेड़ को काटा, जबकि इमरान मौके पर निगरानी करता रहा।