टीम इंडिया के चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की शतकीय साझेदारी के बाद हनुमा विहारी के उपयोगी योगदान से भारत ने दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में दक्षिण अफ्रीका के सामने 240 रन का लक्ष्य रखा। मेजबान टीम ने तीसरे दिन यहां चाय के विश्राम के बाद अपनी दूसरी पारी में एक विकेट पर 82 रन बनाए। मार्करैम (31) और कप्तान डीन एल्गर (नाबाद 31) ने दक्षिण अफ्रीका को सहज शुरुआत दिलाई। हालांकि मार्करैम तेज गेंदबाज शार्दुल की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। कप्तान एल्गर के साथ कीगन पीटरसन 19 रन बनाकर उनका साथ निभा रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका अब लक्ष्य से 158 रन पीछे है। अपनी पहली पारी में 202 रन बनाने वाले भारत ने दूसरी पारी में 266 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 229 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल की थी। वांडरर्स में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकार्ड आस्ट्रेलिया के नाम है जिसने 2011 में 310 रन बनाकर जीत दर्ज की थी।
पुजारा (53) और रहाणे (58) ने अर्धशतक लगाए और तीसरे विकेट के लिए 23.2 ओवर में 111 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। बाद में विहारी (नाबाद 40) ने आखिरी चार बल्लेबाजों के साथ मिलकर 82 रन जोड़े। इनमें शार्दुल ठाकुर (28) ने अहम योगदान दिया। कैगिसो रबादा (3/77) ने पहले सत्र के आखिरी 45 मिनट में तीन विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका को वापसी दिलाई। मार्को जेनसेन (3/67) और लुंगी नगिदी (3/43) ने बाद में इसका फायदा उठाया।
भारत ने बुधवार की सुबह दो विकेट पर 85 रन से आगे खेलना शुरू किया। खराब फार्म के कारण आलोचकों के निशाने पर चल रहे पुजारा और रहाणे जानते थे कि उनके लिए आगे टीम में जगह बनाना मुश्किल होगा और इसलिए उन्होंने रन बनाने पर अधिक ध्यान दिया। पुजारा ने 62 गेंदों पर जबकि रहाणे ने 67 गेंदों पर अर्धश्ातक पूरा किया जिससे पता चलता है कि उन्होंने रन बनाने को प्राथमिकता में रखा। पुजारा ने 10 चौके जबकि रहाणे ने आठ चौके और एक छक्का लगाया।
भारत का स्कोर एक समय दो विकेट पर 155 रन था और वह अच्छी स्थिति में दिख रहा था, लेकिन इसके बाद रबादा ने तीन विकेट झटककर दक्षिण अफ्रीका की वापसी कराई। रबादा ने रहाणे को विकेटकीपर काइल वेरेन के हाथों कैच कराया और पुजारा को एलबीडब्ल्यू किया। उन्होंने इसके बाद रिषभ पंत को खाता भी नहीं खोलने दिया जिन्होंने श्ाार्ट पिच गेंद को हाफ वाली पर खेलने का गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाकर विकेटकीपर को कैच दिया। रविचंद्रन अश्विन ने नगिदी की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देने से पहले 14 गेंदों पर 16 रन बनाए।
श्ाार्दुल ठाकुर ने आते ही कुछ आकर्षक शाट लगाए तथा विहारी के साथ सातवें विकेट के लिए 41 रन जोड़े। इसमें ठाकुर का योगदान 28 रन था जिसमें पांच चौके और जेनसेन पर लगाया गया एक छक्का भी शामिल है। जेनसेन ने इसी ओवर में उन्हें सीमा रेखा पर कैच कराया। विहारी ने इसके बाद रणनीतिक बल्लेबाजी की। उन्होंने जसप्रीत बुमराह (07) के साथ 17 और मुहम्मद सिराज (00) के साथ 21 उपयोगी रन जोड़े। विहारी ने अपनी पारी में छह चौके लगाए।