अगर आप इंटरनेट मीडिया पर अधिक समय बिताते हैं, तो थोड़ा सतर्क होने की जरूरत है। एक हालिया अध्ययन में दावा किया गया है कि इंटरनेट मीडिया का अधिक इस्तेमाल करने वाले युवाओं में अवसाद के विकास का खतरा बढ़ जाता है। अफेक्टिव डिसआर्डर रिपोटर्स नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन निष्कर्ष में कहा गया है कि इंटरनेट मीडिया पर कम सक्रिय रहने वालों के मुकाबले अधिक सक्रिय रहने वालों में अवसाद के विकास का खतरा 49 प्रतिशत ज्यादा होता है।
यूनिवर्सिटी आफ अलबामा के कालेज आफ एजुकेशन के सहायक प्रोफेसर चुन्हुआ काओ समेत अध्ययन के अन्य लेखकों के अनुसार, “पूर्व के अध्ययनों में अवसाद के विकास के लिए कई पहलुओं को जिम्मेदार ठहराया गया है। हालांकि, इनमें इंटरनेट मीडिया के इस्तेमाल व अवसाद के विकास के संबंधों पर गौर नहीं किया गया। हालिया अध्ययन में व्यक्तित्व के सभी पहलुओं पर गौर किया गया और यह पता लगाने का प्रयास किया गया कि क्या इंटरनेट मीडिया का अधिक इस्तेमाल भी अवसाद के विकास का कारण्ा हो सकता है।” शोधकर्ताओं के अनुसार, अध्ययन में पाया गया कि रोजाना 300 मिनट या उससे अधिक इंटरनेट मीडिया के इस्तेमाल से अवसाद के विकास की आशंंंका बढ़ जाती है।