अमेरिका में हुए एक हलिया अध्ययन में पाया गया कि जीवन की मध्य अवस्था (45-65 वर्ष) में ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त भोजन करने से न सिर्फ संज्ञानात्मक क्षमता में वृद्धि होती है, बल्कि मस्तिष्क संरचना भी बेहतर होती है। अध्ययन निष्कर्ष अमेरिकन एकेडमी आफ न्यूरोलाजी की पत्रिका न्यूरोलाजी में पांच अक्टूबर को प्रकाशित हुआ है।
कुछ समुद्री मछलियों, अखरोट व सोयाबीन आदि में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यूनिवर्सिटी आफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर से जुड़ी अध्ययन की लेखिका क्लाउडिया एल. सैटिजाबल के अनुसार, “मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए आहार में सुधार करना एक रणनीति है। इसका सार्वजनिक स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव हो सकता है। इसके जरिये लोग अपनी संज्ञानात्मक (ज्ञान संबंधी) क्षमता को बढ़ा सकते हैं। साथ ही खानपान में समायोजन के साथ डिमेंशिया के खतरे को रोका जा सकता है।
अध्ययन के दौरान संकेत मिले कि थोड़ी मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पर्याप्त है।” अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने हाल ही में सलाह दी है कि सप्ताह में दो दिन मछली खाना दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है। हालिया अध्ययन में औसत 46 वर्ष की उम्र के 2,183 वयस्कों को शामिल किया गया। इनमें कोई भी डिमेंशिया अथवा स्ट्रोक का मरीज नहीं था।